घने जंगल में दोनों घंटों रोते-चिल्लाते रहे, रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित बचाया
जमशेदपुर: झारखंड के दलमा अभ्यारण्य में ट्रेकिंग करने गए जमशेदपुर के कदमा के रहने वाले भाई- बहन रविवार को जंगल में भटक गये. दोनों बच्चों के मोबाइल फोन का बैट्री भी डाउन हो गया, लेकिन इन्होंने समझदारी का परिचय देते हुए मोबाइल ऑफ होने के पहले परिजनों को अपने भटकने की सूचना दे दी. जिसके बाद परिजनों ने पूर्व विधायकों कुणाल षाड़ंगी के माध्यम से पुलिस-प्रशासन को सूचना दी. दलमा के घने जंगल में दोनों बच्चों के भटकने की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम सक्रिय हुई और देर रात में ही दोनों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, जमशेदपुर के कदमा के रहने वाले शिवम अग्रवाल और नेहा अग्रवाल सुबह करीब 9ः00 बजे अपनी गाड़ी से दलमा पहुंचे. फदलोंगोड़ा के गांव के पास गाड़ी लगा ट्रैकिंग करने के लिए चल दिए. शाम को 4ः00 बजे दलमा टॉप पर गणेश मंदिर के पास घने जंगल की ओर बढ़ गए. अंधेरा में दोनों जंगल में भटक चुके थे. लगभग 2 किलोमीटर अंदर भटकते हुए चले गए. दोनों रोने और चिल्लाने लगे.
अंधेरा हो जाने के कारण आगे का रास्ता सूझ नहीं रहा था. मोबाइल फोन की बैटरी खत्म हो गई थी. फोन बंद होने से पहले नेहा ने मैसेंजर पर भटकने की सूचना डाल दी थी. नेहा ने मोबाइल फोन के स्वीच ऑफ होने के पहले फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से भाजपा नेत्री फातिमा शाहीन को अपने मोबाइल लोकेशन और फोन नंबर भेज कर मदद के लिए आग्रह किया था.
मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने ट्रेकिंग के लिए निकली नेहा और उनके भाई के लोकेशन की जानकारी साझा करते हुए डीजीपी और एसएसपी से त्वरित मदद का आग्रह किया. डीजीपी के निर्देश पर ट्रेकर्स की रेस्क्यू अभियान तेज कर दोनों को सुरक्षित बचा लिया गया.
दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के फॉरेस्ट ऑफिसर हरि अग्रवाल को दोनों के जंगल में भटकने की सूचना मिली. उन्होंने ट्रैकिंग वाले रास्ते से होते हुए गणेश मंदिर तक पहुंचे. जोर-जोर से आवाज कर वन कर्मी आगे बढ़ रहे थे. अंतत आवाज सुनकर दोनों ने आवाज दी. स्थान का पता लगाकर रेस्क्यू कर जंगल से बाहर लाया गया.
नेहा और शिवम के परिजनों ने इसके लिए वन विभाग और डीजीपी के सहयोग तथा त्वरित कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया है. बताया गया है कि दलमा अभ्यारण्य घने वन क्षेत्र से घिरा है और इस क्षेत्र में कई खतरनाक जंगली जानवर पाये जाते हैं.