रांची: लाॅकडाउन की वजह से अलग-अलग राज्यों व जिले में फंसे प्रवासियों को उनके गृह जिला में लाने हेतु गृह सचिव, भारत सरकार द्वारा निर्गत आदेश के अनुपालन के क्रम में जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को पश्चिम बंगाल, तेलंगना व अन्य जिले में फंसे खूंटी जिले के 6 प्रवासियों को विभिन्न वाहनों से खूंटी लाया गया.
खूंटी प्रखंड लाये गये प्रवासियों में पश्चिम बंगाल के खड़गपुर से 01, तेलंगना के पाड़ापली से 03, झारखंड के रांची जिला मुख्यालय के आजाद नगर से 02 प्रवासी शामिल हैं. सभी अप्रवासियों का जिला स्तर पर बिरसा कॉलेज स्टेडियम, खूंटी में स्थापित अस्थायी टेंट में प्रखंडवार लगाए गए टेबलों पर थर्मल स्क्रीनिंग व मेडिकल चेक अप किया गया.
थर्मल स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य परीक्षण के आधार पर रांची के आजाद नगर से ओमनी कार से खूंटी आईं एक महिला (हाउस वाईफ) व एक छात्र को गवर्नमेंट क्वारेंटाइन के तहत आसोलेशन वार्ड में भेजा गया. वहीं पश्चिम बंगाल के खड़गपुर से कार से खूंटी आये एक बेल्डर व तेलंगना के पाड़ापली से पिक-अप वैन से खूंटी आये तीनों कामगार को होम क्वारेंटाइन के लिए भेजा गया. खूंटी उपायुक्त सूरज कुमार ने सभी अप्रवासियों को 28 दिनों तक होम क्वारेंटाईन में रहने का सख्त निर्देश दिया। उन्होेंने कहा कि इसके उल्लंघन की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
मौके पर रिशेप्सन सह प्रशिक्षण कोषांग के सौजन्य से सभी अप्रवासियों को कोविड-19 से बचाव व संक्रमण की फैलाव की रोकथाम के लिए होम क्वारेंटाईन के दौरान बरती जानेवाली विशेष सावधानियों से अवगत कराया गया. उन्हें बताया गया कि होम क्वारंटाइन के लिए एक हवादार कमरा चुनें जिसमें टॉयलेट भी हो. अगर आप उस कमरे में अकेले नहीं रह पायें और आपके साथ कोई और भी हो तो दोनों में कम से कम एक मीटर की दूरी रखें. उन्हें सचेत किया गया कि आप दोनों व्यक्ति घर के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों से दूरी बनाकर रखें। बताया गया कि आपको कोरोना के संक्रमण का शक है तो सार्वजनिक समारोह, शादी, पार्टी आदि से 28 दिन या स्वस्थ होने तक शामिल नहीं हों. उन्हें सतर्क किया गया गया कि साबुन से हाथ धोएं और अल्कोहल वाले हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें. घर में पानी, बर्तन, तौलिया और सार्वजनिक उपयोग की अन्य चीज को न छुएं. मास्क लगाकर रहें. हर 8 घंटे में मास्क बदल दें. साथ ही होम क्वारेंटाइन के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें.
जिला प्रशासन द्वारा खूंटी जिले के प्रवासी मजदूर व अन्य को लाने हेतु हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं. साथ ही जिला स्तर के नोडल पदाधिकारियों द्वारा अन्य राज्यों व जिलों के नोडल अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.