दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा.
राष्ट्रपति को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा है कि दिल्ली में हुई हिंसा में कई लोगों की जान गई है, कई घायल हुए हैं और करोड़ों रूपये की संपत्ति का नुक़सान हुआ है. दिल्ली की नई सरकार और केंद्र सरकार दिल्ली में हुई हिंसा और लूटपाट रोकने में नाकाम रही है.
उन्होंने कहा कि देश के संविधान के अनुसार नागरिकों के जानोमाल की रक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा राष्ट्रपति का राजधर्म है और मुझे उम्मीद है कि इसका पालन करते हुए वो निर्णायक कदम उठाएंगे.
सोनिया गांधी ने आज एक बार फिर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की. इससे पहले बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर सोनिया गांधी ने दिल्ली हिंसा रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए पूछा था कि गृह मंत्री हिंसा के वक्त कहां थे.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति से हमने गुजरिश की है कि वो अपने अधिकारों का पालन करते हुए केंद्र सरकार से कहें कि देश में शांति व्यवस्था बनाए रखने और न्याय कायम करें.
सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति ने हमें भरोसा दिया है कि वो इस मामले पर गौर करेंगे.