सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट से तंग आकर छात्रा ने की आत्महत्या, छोड़ी चार पन्ने का सुसाइड नोट,
पुलिस पर गंभीर सवाल?
क्या आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही थी युवती के मरने का इंतजार, मौत के बाद पुलिस ने आरोपी और उसके भाई को किया गिरफ्तार.
हजारीबाग:- दुमका से लेकर गुमला तक नारी अत्याचार पर विपक्ष जब सरकार पर हमलावर है और डीजीपी एमबी राव सोमवार को जब यह बयान दे रहे थे कि किसी भी घटना पर पुलिस तत्काल कार्रवाई कर रही है ठीक उसी दिन सोमवार को हज़ारीबाग़ पुलिस का एक घिनौना चेहरा सामने आया है .
एक युवती ने आत्महत्या से पूर्व लिखे सुसाइट नोट में आरोपियों के साथ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाकर जान दे दी . लिखी सॉरी मम्मी पापा पुलिस शिकायत के एक महीने बाद कोई एक्शन नही लिया गया . मेरे पास आत्महत्या के अलावे अब दूसरा कोई उपाय नही है.
घटनाक्रम यह है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बोचो गांव की एक छात्रा ने रविवार को 9:30 बजे रात में अपने घर पर दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.वह संत कोलंबस कॉलेज में बीए की छात्रा थी. उसने चार पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है .जिसमें फेसबुक इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया हैक कर आपत्तिजनक फोटो पोस्ट किए जाने से तंग आकर आत्महत्या करने की बात कही है. यह भी नोट में उल्लेख है कि एक महीना पूर्व मुफस्सिल पुलिस को इस संबंध में शिकायत की गई थी. लेकिन अब तक पुलिस ने इस पर किसी तरह का एक्शन नहीं लिया है. जिससे अब मेरे पास आत्महत्या के अलावा दूसरा कोई उपाय नहीं है. अकाउंट हैक कर आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप संत कोलंबस के बीएससी का छात्र जयप्रभा नगर निवासी मनजीत कुमार और उसके दोस्तों पर लगाई है. नोट में मनजीत के परिवार के कुछ सदस्यों का भी नाम का उल्लेख है. इस घटना के बाद मुफस्सिल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है . इस घटना के बाद मुफस्सिल पुलिस पर सवाल उठने लगा है कि क्या आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए युवती के मौत का इंतजार किया जा रहा था. आरोपी गिरफ्तार हुए लेकिन छात्रा की मौत के बाद. आरोपी छात्र मनजीत कुमार और उसके भाई रंजीत कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके मोबाइल को टेक्निकल सेल में खंडाला जा रहा है. इस मामले को एसपी कार्तिक इस ने गंभीरता से लिया है. यह भी जांच की जा रही थी क्या इसमें पुलिस से कहीं चूक हुई है. अगर हां तो क्यों और कहां चूक हुई है. मामले के अनुसंधानक थाना प्रभारी कोरोना पॉजिटिव हो जाने के कारण इलाज रत है लेकिन उनके जगह पर प्रभार में कार्यरत नीरज सिंह आखिर इतने दिनों तक क्या कर रहे थे यह भी एक सवाल है.
छात्रा के द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में कही है कि मैं 16 अक्टूबर से ज्यादा डिप्रेशन में हूं. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने की शिकायत पर पुलिस के द्वारा एक्शन नहीं लिए जाने से आहत हूं.
परिजनों ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि मुफस्सिल थाना अंतर्गत मासीपीढ़ी बोचो गांव की एक छात्रा ने रविवार की रात्रि साढे नौ बजे अपने कमरे में दुपट्टे का सहारा लेकर फांसी लगा ली. सुबह परिजनों ने खिड़की से देखा फिर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. पिता दिलीप प्रसाद ने थाना में आवेदन दिया है. जिसमें कहा है कि 18 अक्टूबर की रात उनकी पुत्री ने आत्महत्या कर ली. घर में उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा है. जिसमें उसने आत्महत्या के लिए चार लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है. कहा है कि आरोपी मंजीत कुमार, रंजीत कुमार, दोनों की मां, मार्खम कॉलेज के नजदीक रहने वाला मनजीत का दोस्त सचिन सक्सेना सोशल मीडिया पर आईडी हैक कर आपत्तिजनक फोटो डालकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे.आरोपियों ने एसिड फेंक कर चेहरा बर्बाद करने की धमकी भी दी थी. आरोपियों की करतूत से परिवार के लोग मानसिक रूप से परेशान थे. 16 सितंबर को पुलिस के पास उनकी बेटी ने शिकायत दर्ज कराया था बावजूद 16 अक्टूबर को एक बार फिर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल कर दी गई. इससे मजबूर होकर उनकी बेटी ने जान दे दी. मुफस्सिल थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह को इसकी सूचना थी. इसके बावजूद तीनो लड़का बार-बार मेरी बेटी का सोशल मीडिया हैक कर एसिड फेंककर चेहरा बर्बाद की धमकी दे रहे थे. साथ ही आपत्तिजनक पोस्ट भी अपलोड कर रहे थे.
एक माह पहले छात्रा ने दिया था आवेदन:
छात्रा ने 16 सितंबर को मुफस्सिल थाना में आवेदन देकर कहा था कि उसका सोशल मीडिया हैक कर लिया गया है. फेंक आईडी बनाकर इंस्टाग्राम में आपत्तिजनक पोस्ट डाला जा रहा है. मुझे और पूरे परिवार को मानसिक प्रताड़ित कर रहा है. आईडी हैक करने के बाद ब्लैकमेल करता है। उसका नाम है मंजीत कुमार और भाई का नाम है रंजीत कुमार। वह एसिड फेंकने की धमकी देता हैं. कहा है कि जब तक आत्महत्या नहीं करेगी तब तक परेशान करते रहेंगे.
छात्रा के एफआईआर के तीसरे दिन आरोपी ने एसपी को आवेदन देकर किया था जांच कराने की मांग: छात्रा ने 16 सितंबर को मुफ्फसिल थाना में मनजीत कुमार और उसके दोस्त एवं परिवार के लोगों पर फेक इंस्टाग्राम और फेसबुक आईडी बनाकर उसके अकाउंट को हैक कर आपत्तिजनक फोटो पोस्ट करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराई थी. इसके तीसरे दिन 19 सितंबर को मनजीत कुमार ने एसपी को एक आवेदन सौंपा था। जिसमें उसके विरुद्ध दर्ज किए गए एफआईआर संख्या 259/20 धारा 506, 290, 509 एवं 66 आईटी एक्ट के तहत दर्ज मामले में लगाए गए आरोप को निराधार बताते हुए इस मामले की जांच साइबर सेल से कराने के लिए आग्रह किया था . उसने आवेदन में कहा है कि छात्रा के साथ हमारी दोस्ती थी. मैं बीएससी फाइनल ईयर का छात्र हूं . एक साल पूर्व छात्रा के मोबाइल से हम लोग फोटो खींचे हैं. जो छात्रा के मोबाइल में ही हैं . जो उन्हीं के नंबर पर इंस्टाग्राम आईडी ,फेसबुक आईडी चलता है. जिसे हैक कर लिया गया है. जैसा केस में दर्द है और अन्य कई नया आईडी बनाकर आपत्तिजनक फोटो डालने का आरोप मेरे ऊपर लगाया गया है. जिस पर मैं मुफस्सिल थाना में जाकर इसकी जांच कराने के लिए सहमति दिया हूंऔर मैं अपना मोबाइल सिम कार्ड भी थाना में जमा किया था. यह भी कहा है कि मुझे संभावना है कि छात्रा का एक दोस्त मुकेश कुमार संभवत कोई और व्यक्ति जो उनका आईडी पासवर्ड जानता हो उनके द्वारा आईडी हैक कर हम दोनों का फोटो बार-बार डाला जा रहा है. जबकि छात्रा के जीजा के द्वारा मुझे जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है. मैं और मेरे परिवार के द्वारा उनसे बार-बार यही कहा गया कि मामला साइबर क्राइम का है जांच कराइए सब पता चल जाएगा. बगैर जांच पड़ताल किए मेरे ऊपर केस दर्ज किया गया है जिससे मेरे कैरियर खराब होने की संभावना है.
एसपी ने कहा:
एसपी कार्तिक ने कहा कि लड़की ने 16 सितंबर को मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज कराया . जिस पर जांच करते हुए एक सनी कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया गया. जबकि मनजीत कुमार को कोर्ट से जमात प्राप्त है. मामले की जांच चल ही रही थी कि मामले के अनुसंधानक थाना प्रभारी कोरोना पॉजिटिव हुए. अभी भी वे इलाज रत हैं. आज की घटना के बाद सभी पहलू पर जांच की जा रही है. सुसाइड नोट का भी फॉरेंसिक जांच किया जाएगा. बहुत जल्द घटनाक्रम का फैक्ट सामने आएगा.