बढ़ती महंगाई, किसानों की बदहाली और बेरोजगारी के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी 1 अक्टूबर को प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना देगी। अखिलेश यादव ने कहा राज्य में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से किसानों की बदहाली शुरू हो गई है। कर्जमाफी के नाम पर उसे धोखा दिया गया और फिर लोकसभा चुनाव के समय भी उसे छलने का काम किया गया। उसे न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला और न ही गन्ना किसानों को उनके बकाये का भुगतान हुआ। सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या कर ली।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में मंहगाई चरम पर है। डीजल-पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ाए जाते रहे हैं। अब प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए बिजली भी मंहगी कर दी है। ग्रामीण कृषि क्षेत्र के उपभोक्ताओं को पहले से 15 फीसदी अधिक बिजली बिल का भुगतान करना पड़ेगा। इससे न सिर्फ गरीबों का जीवन और ज्यादा दूभर हो जाएगा बल्कि विद्युत दरों में वृद्धि से तो कमर ही टूट जाएगी।
सपा प्रमुख ने कहा कि बेरोजगारी तो इन दिनों चरम पर है। नोटबंदी-जीएसटी लागू होने के बाद बड़ी संख्या में उद्योग धंधे बंद हो गए हैं और लाखों कर्मचारियों की छंटनी हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में बेरोजगारी की दर पिछले 45 वर्षों में सबसे ऊंची दर्ज हुई है। आने वाले दिनों में यह समस्या और भयावह हो जाएगी।