जगदम्बा प्रसाद शुक्ल,
प्रयागराज: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार क्षेत्र में श्रद्धा व विश्वास के साथ मनाया गया. लोगों ने अपने आराध्य के लिए व्रत रखा और भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान किया. इस अवसर पर भक्तों ने गांव के मंदिरों या अपने दरवाजे के सामने आकर्षक झांकियां सजाया. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते लोग भीड़ से बचने के लिए अधिक लोगों को आमंत्रित नहीं किया लेकिन कृष्ण जन्मोत्सव पर भक्तों के उत्साह में कमी नहीं आयी. करमा में शिव मंदिर, करमाइन देवी मंदिर सहित करमाइन देवी विद्यालय में आकर्षक झांकियां सजाई गई.
दानपुर में मथुरा से आये कलाकारों द्वारा भक्ति गीतों पर की गई मनमोहक प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया.
रात्रि बारह बजे जैसे ही योगेश्वर कृष्ण का बालरूप में जन्म हुआ, लोग खुशी से झूम उठे. जै श्री राधेकृष्ण व जय कन्हैया लाल की जैसे उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया. जगह जगह उत्साह में पटाखे फोड़े गए तथा दीपक की लड़ियों से गलियों को सजाया गया. महिलाओं ने समूह में सोहर गीत गाया तथा प्रसाद वितरण किया गया. रात भर लोग भक्तिमय कार्यक्रमों में डूबे रहे. कुछ गृहिणियों ने घर मे ही लड्डू गोपाल की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराने के बाद दूध, दही, शक्कर, शहद व केसर के घोल से स्नान कराया. उसके बाद शुद्ध जल से मूर्ति को नहलाने के बाद उनका भव्य श्रृंगार किया. रात बारह बजे उनको भोग लगाकर आरती पूजा की गई तथा प्रसाद वितरण किया गया.