रांची: कोविड-19 महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन के कारण गरीब, असहाय एवं दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी की भी समस्या उत्पन्न हो गई है. कई लोगों की मजदूरी चली गई है जिस कारण उन्हें खाने-पीने की समस्या हो रही है.
झारखंड सरकार लोगों की समस्या को दूर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. सरकार द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष (181) में लगातार इस संबंध में शिकायतें आ रही हैं जिन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों तक सहायता पहुंचाई जा रही है.
धनबाद जिला के शंकर हाड़ी को बेहतर इलाज के लिए भेजा गया पीएमसीएच, धनबाद
धनबाद जिला के उमरडूबी ग्राम निवासी शंकर हाड़ी नुनुडीह गये थे, जहां अचानक उनकी तबीयत खराब हो गयी और सांस लेने में समस्या होने लगी. कोरोना संक्रमण के भय से आसपास के लोगों ने भी उनकी मदद नहीं की. इसके बाद उन्होंने 181 पर कॉल कर मदद मांगी.
इसपर नियंत्रण केंद्र द्वारा सिविल सर्जन, धनबाद से संपर्क किया गया एवं मौके पर स्वास्थ्य कर्मियों सहित एंबुलेंस भेज कर शंकर हाड़ी को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच, धनबाद पहुंचाया गया.
राशन मिलने पर मोतीमाला ने झारखंड सरकार के प्रति आभार जताया
सरायकेला के मजदूर मोतीमाला मांझी के नाम पर पूर्व में राशन कार्ड निर्गत था. मजदूरी का कार्य करते-करते इनकी उंगलियों के निशान मिट गए थे. डीलर का कहना है कि मशीन में फिंगर प्रिंट आएगा तभी राशन मिलेगा. इसकी शिकायत मोतीमाला ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से की. जिसके बाद इनसे फरवरी 2019 में पुनः राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कराया गया.
इसके बाद भी राशन कार्ड नहीं बना. लेकिन, कोरोना महामारी में लॉकडाउन होने से इनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. मोतीमाला उदास होकर 181 पर कॉल कर अपनी समस्या बताई. नियंत्रण केंद्र द्वारा मामले को जिला प्रशासन व प्रखंड विकास पदाधिकारी, सरायकेला के संज्ञान में लाया गया.
मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मोतीमाला मांझी को खाद्यान्न के रूप में दस किलोग्राम चावल उपलब्ध कराया गया. मोतीमाला ने झारखंड सरकार के प्रति आभार जताया.
जामताड़ा जिला के खुर्शीद अली को मिला राशन
जामताड़ा जिला के खुर्शीद अली दुकान में दैनिक मजदूर के रूप में काम करते हैं. लॉकडाउन के कारण दुकान बंद होने से पैसे की आमदनी नहीं हो पा रही थी एवं इनके सामने खाद्यान सामग्री खरीदने की समस्या उत्पन्न हो गयी.
इस मामले को कोरोना हेल्पलाइन के माध्यम से जामताड़ा जिला आपूर्ति पदाधिकारी के संज्ञान में लाया गया. उन्होंने त्वरित कार्रवाई कर स्थानीय राशन डीलर के माध्यम से खुर्शीद को राशन उपलब्ध कराया. खुर्शीद ने खुश होकर राज्य के सीएम, राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष और जिला प्रशासन, जामताड़ा के प्रति आभार व्यक्त किया.