नयी दिल्लीः घाटी में एक बार फिर हलचल है. इस बार पाक अधिकृत कश्मीर से जम्मू कश्मीर की शांति भंग करने का बयान जारी हुआ है.
इन दिनों कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की तबीयत बिगड़ने की अफवाहों से pok में सरगर्मी है.
ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) से एक बयान जारी करते हुए कहा कि अगर गिलानी अंतिम सांस लेते हैं तो सभी इमाम समेत लोग श्रीनगर स्थित ईदगाह में एकत्र हों.
इन बयानों को लेकर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं दूसरी ओर, कश्मीर के संभागीय आयुक्त बशीर अहमद खान ने हुर्रियत नेता गिलानी की तबीयत से जुड़ी खबर को बेबुनियाद बताया.
Dr GN Ahnagar,Director of Sher-I-Kashmir Institute of Medical Sciences (SKIMS): I had sent a team of senior doctors to Geelani Sahab's residence day before yesterday. He was unwell that day but he is better today. His treatment is underway.There is no need to pay heed to rumours. https://t.co/cldngBLXg6 pic.twitter.com/0gM6XSGbsY
— ANI (@ANI) February 12, 2020
उन्होंने कहा, सैयद अली शाह गिलानी की सेहत को लेकर जो खबर फैलाई जा रही है, वो बिल्कुल गलत है. कुछ समय पहले ही डॉक्टर जी.एन. अहनागर जो कि शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसकेआईएमएस) के निदेशक हैं, ने उनके (गिलानी के) परिवार से बात की थी और पुष्टि की थी कि उनकी हालत स्थिर है.”
एसकेआईएमएस के निदेशक डॉक्टर जी.एन. अहनागर ने कहा, “11 फरवरी को मैंने सीनियर डॉक्टरों की एक टीम गिलानी साहब के घर भेजी थी.
उस दिन उनकी हालत ठीक नहीं नहीं थी, लेकिन अब वह बेहतर हैं. अफवाहों पर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है.”
उधर, नई दिल्ली में सरकार के सूत्रों ने बताया कि गिलानी के स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर है, लेकिन उनका स्वास्थ्य स्थिर है.
हुर्रियत ने दो पृष्ठ के बयान में घोषणा की है कि गिलानी (90) ने हाल ही में अपनी इच्छा जाहिर की है कि उनको श्रीनगर ईदगाह स्थित मजारे शुहदा में दफनाया जाए.