बरकट्ठा: प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव बरकनगांगों में झारखंड स्थापना दिवस पर सुभाष चंद्रबोस मूर्ति का अनावरण किया गया. जहां मुख्य रूप से पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव, युवा नेता गौतम कुमार,कांग्रेस नेता डॉ. प्रकाश कुमार,समाज सेवी इंद्रदेव प्रसाद भारती, जिप सदस्य कुमकुम देवी व समाजसेवी सुनील ने संयुक्त सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण कर विधिवत अनावरण किया गया.
कार्यक्रम का आयोजनकर्ता जिला सशस्त्र बल के जवान दिलीप सिंह व आदर्श युवा क्लब के युवाओं ने किया. इस अवसर पर पूर्व विधायक ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के वीरगाथा को याद करने की बात कही. उन्होंने कहा कि युवा ही समाज मे बदलाव ला सकता है.प्रखंड में फैले भृष्टचार को खत्म करना हर युवा का काम है.
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए युवा नेता गौतम कुमार ने कहा सुभाष चंद्र बोस जी देश के आजादी के लिए बलिदान की मांगे थे. तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा का नारा आज के समय में हर युवा के जुबान पर है. आजादी दिलाने के लिए उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना किए थे. सुभाष चंद्र बोस जी देश के लिए खून मांगते थे आज हम लोग भी रक्तदान कर दूसरे के जिंदगी बचाने का काम करते है.
उन्होंने कहा कि आज के नेता सिर्फ फोकासी है,चुनाव के समय आते और बोल कर निकल जाते. जबकि ऐसा बात सुभाष चंद्रबोस में नहीं था. उन्होंने स्टेडियम बनाने में हर संभव मदद करने की बात कहा. कार्यक्रम के आयोजन करता दिलीप सिंह ने कहा कि इस गांव की पावन धरती पर मूर्ति का स्थापना करना एक सोच था, जो कि आज के दिन सफल हो पाया और ईस क्षेत्र की युवाओं को एक सूत्र में पिरोकर समाज को आगे बढ़ाने का निर्णय लिए.
कार्यक्रम में उपस्थित कांग्रेस नेता डॉक्टर प्रकाश कुमार ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस जैसे नेता कि आज के समय में जरूरत है. जबकि कुमकुम देवी भी ने युवाओं को समाज में सहभागिता निभाने की अपील की.वहीं केदार साव व सुनील कुमार ने अपनी बातों को बारीकी से रखा.
कार्यक्रम के अंतिम समय में क्रिकेट मैच के विजेता टीम को युवा नेता गौतम कुमार, सुनील कुमार व दिलीप सिंह के हाथों ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया.
मौके पर आदर्श युवा संगठन के जिला सचिव कुलदीप कुमार, रामविलास यादव, टिंकू कुमार, इंद्रदेव यादव, रवि यादव, कैलाश ठाकुर, सद्दाम अंसारी, सचिन प्रसाद, राजेश पंडित, किशोर पंडित, विकास राम, शकील अंसारी, अजय चौधरी, महादेव यादव, गंगा नारायण सिंह, विजय सिंह, साबिर अली व सैकड़ों लोग मौजूद थे.