रांची: झारखंड के गिरिडीह में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में निकाली गई तिरंगा यात्रा पर रविवार को शरारती तत्वों द्वारा पथराव के बाद अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. हालात को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज किया औरफिर आंसू गैस के गोले छोड़े.
गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और एसपी सुरेंद्र झा मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा कर शांत कराया. घटना के परा से जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है, वहीं हिंसक झड़प और लाठीचार्ज के बाद शहर में बाजार बंद हो गए. पथराव की घटना में पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हो गये.
बताया गया है कि पुलिस ने एहतियान तिरंगा यात्रा को कालीबाड़ी चौक से टावर चौक के बीच ही घंटों रोके रखा. जिला प्रशासन ने कहा है कि हालात नियंत्रण में हैं और अशांति फैलाने की किसी को इजाजत नहीं है.
नागरकिता संशोधन कानून के समर्थन में कई संगठनों और भाजपा के कार्यकर्ताओं, समर्थकों ने जुलूस निकाला था. साथ ही यात्रा में शामिल लोग समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे, जुलूस में भगवा भी लहराए जा रहे थे. मौके की नजाकत को देखते हुए यात्रा के आगे पुलिस के अधिकारी और जवान भी चल रहे थे, ताकि कहीं किसी किस्म की अशांति नहीं फैले.
जानकारी के मुताबिक जब तिरंगा यात्रा शहर के पद्म चौक और बीबीसी रोड के पास पहुंची तो शरारती तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया. कथित तौर पर विवादास्पद नारेबाजी को लेकर पथराव की घटना हुई. यात्रा में काफी भीड़ थी. पथराव से अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठी चार्ज कर स्थिति को काबू में करने की कोशिश की. आंसू गैस के गोले छोड़े गए. यात्रा में शामिल होने के लिए कई इलाकों से लोग पहुंचे थे. गुस्साए लोगों ने पुलिस वालो पर भी पथराव किया.
घटना के बाद सीएए के समर्थन में निकाली गयी तिरंगा यात्रा में शामिल लोग उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरना पर बैठ गये. पुलिस-प्रशासन की ओर से उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है.