रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. एम तौसीफ ने मुख्यमंत्री के काफिले पर हुए हमले के मामले में भाजपा नेताओं के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि बाबूलाल मरांडी गुंडों को प्रदर्शनकारी बता रहे हैं.
इस से भाजपा का असली चेहरा राज्य की जनता के सामने उजागर हुआ है. उन्होंने कहा कि सीएम के काफिले पर जिन लोगों ने भी हमला किया उन्हें भारतीय जनता पार्टी का संरक्षण प्राप्त है. वैसे भी भाजपा का इतिहास रहा है गुंडों एवं उपद्रवियों को संरक्षण देना और उनके द्वारा उत्पात करवाना यह उनकी कार्यशैली में शुमार है.
पूर्व की भाजपा सरकार में भी महिलाओं के ऊपर दुष्कर्म की घटनाएं हुआ करती थी, बाबूलाल मरांडी खुद भाजपा की सरकार को इस मामले में कटघरे में खड़ा करते रहे हैं. बहरहाल, इस सरकार ने बहुत हद तक रोकने की कोशिश की है.
पुलिस प्रशासन पूरे राज्य में इस तरह के मामले को रोकने के लिए अपने तंत्र को और मजबूत करेगी. तौसीफ ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने राज्य में 17 सालों तक शासन कर पुलिस तंत्र को कमजोर कर दिया है. यह सरकार अब पुलिस विभाग को मजबूत करेगी और महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार, बलात्कार, दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोकने के लिए मुस्तैदी से काम करेगी.
प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर तौसीफ ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पचा नहीं पा रहे हैं.पहले तो सरकार के अंदर सेंध मारने की कोशिश की, वहां कामयाब नहीं हो पाए तो अब मुख्यमंत्री की सुरक्षा में सेंध मारने की कोशिश कर रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी इस हद तक जाकर राजनीति करेगी झारखंड की जनता को इसका आभास नहीं था. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के पिता दिसोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखंड को अलग राज्य बनवाने एवं जल जंगल जमीन के लिए अपने जीवन का अधिकतर हिस्सा संघर्ष में दे दिया. उसी संघर्ष का नतीजा है कि झारखंड अलग राज बना. झारखंड जिस मकसद से अलग राज्य बना था. उस मकसद में कामयाब नहीं हुआ. उसकी वजह यह थी राज्य बनते ही भारतीय जनता पार्टी के हाथों में राज्य की चाबी दे दी गई और लगभग 17 सालों तक लगातार राज्य में शासन किया. भाजपा की सरकारों ने राज्य का विकास करने के बजाए राज्य को खोखला कर दिया.
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता से बेदखल होने की बात पचा नहीं पा रही है. किसी भी तरह से सत्ता में आना चाहती है. उसे ऐसा लग रहा था कि चुनी हुई सरकार को अस्थिर कर तोड़ जोड़ कर सरकार बनाने में सफल होंगे लेकिन जब दाल नहीं गली तो प्रदेश में गुंडों को संरक्षण देकर उपद्रव मचा रहे हैं और उसे प्रदर्शन का नाम दे रहे हैं जो बिल्कुल ही निंदनीय है. इस तरह की हरकत को झारखंड की जनता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी.