रांची: कृषि कानून के विरोध में शनिवार को रांची के बूंटी मोड़ और कांटीटांड़ में वाम मोर्चा के विभिन्न संगठन, कांग्रेस, जेएमएम, आरजेडी के कार्यकर्ता ने चक्का जाम कर रास्ता रोक दिया. इनका प्रदर्शन 12 बजे से शुरू हुआ है और अगले 3 घंटे तक चक्का जाम करने की योजना है.
ये संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी रास्ता रोको कार्यक्रम को अपना समर्थन दे रहे हैं. इस सड़क जाम से रांची, रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो का यातायात पूरी तरह ठप हो गया.
वहीं, इस जाम की वजह से वाहनों की लंबी कतार लग गई. करीब 4 KM दूर तक जाम लग गया. हालांकि इस दौरान एंबुलेंस को आगे निकलने के लिए जगह दी गई. पर जाम होने की वजह से ड्राइवर को एंबुलेंस को आगे निकालने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
शनिवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इधर, रांची स्थित NH-33 को जाम करने से सिल्ली और पुरूलिया से आने वाली गाड़ियों की भी लंबी कतार लग गई. लोगों को इस रूट से जमशेदपुर जाने में भी समस्या का सामना करना पड़ा.
वहीं, संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, राजनीतिक पार्टियां, जन संगठन, ट्रेड यूनियन और सामाजिक संगठन पूरे राज्य में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक नेशनल हाईवे राष्ट्रीय नगर पर धरना देकर 3 घंटे तक आवागमन ठप करेंगे. वहीं, चक्का जाम समर्थकों ने रामगढ़ के मांडू में रांची-पटना रोड और गढ़वा स्थित NH-75 को भी जाम कर दिया.
इधर, बूंटी मोड़ पर चक्का जाम कर रहे सीटू के प्रकाश विप्लव ने कहा कि लोगों को लंबी समस्या के समाधान के लिए इन छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में सैकड़ों किसान सड़क पर हैं. सरकार को काला कानून वापस लेना होगा.