देवघर:- देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में देवघर शहरी क्षेत्र में पेयजलापूर्ति को सुदृढ़ व दुरुस्त करने के उद्देश्य से समीक्षा बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया. इस दौरान उपायुक्त ने वर्तमान में शहरी क्षेत्र अंतर्गत पेयजलापूर्ति के लिए किए जा रहे कार्यों व आने वाले दिनों में बढ़ती गर्मी को देखते हुए की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि लोगों को पेयजल की समस्या न हो, इसका उचित ध्यान रखा जाय एवं सभी आवश्यक व्यवस्था पेयजल समस्या को दूर करने के लिए करते रहे. साथ ही पेयजल से जुड़ी शिकायतों का लगातार निराकरण करने का निर्देश नगर निगम व पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के अधिकारियों को दिया.
इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि पानी की अहमियत और जरूरत को हम दरकिनार नहीं कर सकते हैं. खासकर देवघर में जिसका 70 फ़ीसदी एरिया ड्राई जोन में तब्दील हो गया हो वहां पानी और जलापूर्ति के योजनाओं पर विशेष रूप से कार्य करने की जरूरत है. ऐसे में पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के उद्देश्य से उपायुक्त ने नगर विकास विभाग द्वारा पुनासी जलाशय योजना को नगर निगम से जोड़कर देवघर को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने की योजना की विस्तृत समीक्षा करते हुए कार्य में तेजी लाने का निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों व एजेंसी को दिया, ताकि डब्ल्यूटीपी और जी एस एल आर के तहत पुनासी डैम से इसे जोड़कर शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे जलापूर्ति की जाएगी.
इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने नगर निगम व पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा की जल के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है. इसलिए पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए पानी का संरक्षण जरूरी है. इस हेतु वर्षा जल संचयन करना सबसे आसान व कारगर तरीका माना जाता है. ऐसे में आवश्यक है कि आपसी समन्वय के साथ आप सभी शहरी क्षेत्र के ड्राई जोन क्षेत्र को चिन्हित करते हुए पहले लोगों को जल की एक-एक बूंद के महत्व के प्रति जागरूक करें और वर्षा जल संचयन को घरों में संग्रहित करने की व्यवस्था को सुदृढ़ करें. सबसे महत्वपूर्ण वर्तमान में हम सभी को मिलकर पुराने जलस्त्रोतों, तालाबों के रखरखाव, साफ सफाई के बारे में भी जागरूक करने की आवश्यकता है, ताकि घटते जल स्त्रोतों को बचाया जा सके.
इसके अलावे बैठक के पश्चात उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पुनासी डैम का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि डैम का जल का स्तर भी काफी ऊंचा है जो कि शहरी क्षेत्रों में जलापूर्ति करने के लिए काफी है. इस दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि पुनासी से एक 11 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन विस्तारीकरण की जाएगी और अंधरी गादर में डब्ल्यूटीपी बनाया जाएगा. वही अंधरी गादर से 24 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाकर देवघर तक पानी लाया जाएगा.
इसके अलावे निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित एजेंसी व विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देशित किया कि कार्य में तेजी लाने के साथ डब्ल्यूटीपी और जी एस एल आर द्वारा किये जा रहे कार्यों का अनुश्रवण करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत कराएं, ताकि योजना ससमय धरातल पर उतर सके और देवघर में पानी की समस्या का निदान हो सके. साथ हीइससे ना सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि आने वाले श्रद्धालुओं को भी बड़ी राहत मिलेगी. इसके अलावा उपायुक्त ने एयरपोर्ट और एम्स निर्माण की वजह से आने वाले दिनों में पानी की बढ़ती खपत को देखते हुए एयरपोर्ट को पुनासी परियोजना व एम्स को पत्रो नदी परियोजना से जोड़ने के कार्यों में तेजी लाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया.
निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने कोरिडीह के समीप हैदराबाद इंडस्ट्री लिमिटेड हेतु बंद परे पेयजलापूर्ति पाईपलाइन योजना का अवलोकन करते हुए नगर निगम व पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल देवघर के अधिकारियों को निर्देशित किया कि दो दिनों के अंदर सर्वे करके ये आकलन कर उपायुक्त कार्यालय को अवगत कराएं की शहरी क्षेत्र हेतु पेयजल की आपूर्ति को लेकर इस योजना का उपयोग किया जा सकता है या नही.
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने गिरते जल स्तर पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देशित किया कि डढ़वा नदी, अजय नदी नावाडीह या अन्य जल स्त्रोतों के आस-पास एव पुल के किनारे से किसी भी स्थिति में बालू का उठाव को बंद करने की बात कही., ताकि पेयजल के स्तर को नुकसान पहुचाने से बचाया जा सके एवं प्रतिकूल परिस्थिति में इन श्रोतों का उपयोग किया जा सके. पानी के इन श्रोतों एव पुल के किनारे से बालू का उठाव होते पाया जाता है तो संबंधित लोगो के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों पर भी विधिसम्मत कड़ी कार्रवाई की बात उपायुक्त ने कही.
इस दौरान उपरोक्त के अलावे नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल, भू अर्जन पदाधिकारी उमाशंकर प्रसाद, कार्यपालक अभियंता पुनासी परियोजना, सहायक अभियंता एवं पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, देवघर, जिला समन्वयक सुजीत त्रिवेदी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे.