लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि कोरोना संक्रमण की हर चेन को तोड़ने के लिये जरूरी है कि लोग लाॅकडाउन का सख्ती से पालन करे और सामाजिक दूरी पर विशेष ध्यान दें.
योगी ने लाकडाउन की समीक्षा बैठक में कहा कि पुलिस के जवान और अधिकारी खुद की सेहत का ध्यान रखते हुये लाकडाउन का अक्षरश: पालन कराने के लिये सख्त रवैया अपनाये. हाॅटस्पाट क्षेत्रों में केवल स्वास्थ्य, सफाई तथा होम डिलीवरी से जुड़े कर्मचारियों के ही जाने की इजाजत होनी चाहिये और इन क्षेत्रों में सभी घरों को सेनेटाइज किया जाये.
उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी नर्सिंग होम के संचालकों तथा अन्य डाॅक्टरों के साथ बैठक करें ताकि टेलीमेडिसिन के जरिये चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जा सके. उन्हाेंने निर्देश दिया कि दूरभाष पर मरीजों को परामर्श देने वाले डाॅक्टरों की सूची का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जिले में 15,000 से 25,000 क्षमता के क्वारंटीन सेण्टर तथा आश्रय स्थल होना चाहिये. शेल्टर होम में 14 दिन की संस्थागत क्वारंटीन पूरा करने वालों का चिकित्सीय परीक्षण कराके होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाये. मेडिकल टेस्टिंग के लिए पूल टेस्टिंग और रैण्डम टेस्टिंग का उपयोग किया जाये.