रांची. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव द्वारा गठित पार्टी की उच्चस्तरीय समिति के सदस्यों ने आज मोरहाबादी में धरना पर बैठे झारखंड सशस्त्र पुलिस सामान्य आरक्षी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और उनकी मांगों के समर्थन में सरकार से बातचीत कर समस्या के समाधान का भरोसा दिलाते हुए धरना को समाप्त कराया. राज्य के विभिन्न जिलों पलामू, साहेबगंज, जमशेदपुर समेत अन्य जिलों से आकर धरना पर बैठे सैकड़ों अभ्यर्थियों का आंदोलन समाप्त कराने के बाद उन्हें वापस घर-गांव भेजने का काम किया गया.
झारखंड सशस्त्र पुलिस के अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2013 में उनसभी ने लिखित परीक्ष्ज्ञा दी थी, जिसमें वे सभी अभ्यर्थीगण अच्छे अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण हुए थे, जिसकी प्रथम सूची वर्ष 2015 में निकाली गयी. द्वितीय मेधा सूची संबंधी सभी प्रक्रिया पूर्ण कर उसे प्रकाशित होने पर रोक लगा दिया, जिस कारण सभी सफल अभ्यर्थियों का भविष्य बिल्कुल ही अंधकारमय हो चुका है. इस कारण वर्त्तमान समय में वे लोग मानसिक रूप से काफी तनाव महसूस कर रहे है, लेकिन नई सरकार से उनसभी के बीच एक नयी आशा की किरण और ऊर्जा संचालित हुई है. उनसभी ने बताया कि उनके बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन भी आयी थी, लेकिन अभी तक उनकी मांगों के समाधान की दिशा में कुछ नहीं हो पाया है.
कांग्रेस पार्टी की प्रतिनिधियों ने कहा कि वे सभी उनके हक और अधिकार की लड़ाई के लिए प्रयासरत है और जल्छ ही इस संदर्भ में सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर अनुकुल फैसला करवाने का प्रयास किया जाएगा. कांग्रेस नेताओं ने आग्रह किया कि दुर्गा पूजा को देखते हुए वे सभी अपने-अपने घरों को वापस लौट जाये. इस मौके पर सफल अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों में गौरव सिंह, संतोष्ज्ञ महतो, राजेश उरांव, हृदय कुमार तिवारी, दीपक कुमार तिवारी, लाल बाबू समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे. जबकि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में समिति की सदस्य यह विधायक ममता देव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे.