पटना: शहर की सड़कों और चौक-चौराहों से लेकर घाटों तक सुरक्षा के लिए जवान मुस्तैद हो गई है. छठ व्रतियों के सहयोग के लिए प्रतिनियुक्त किए गए दंडाधिकारी, सेक्टर पदाधिकारी, पुलिस अधिकारी, जवान और एनडीआरएफ की टीम पटना में तैनात हो गई है. शहरी क्षेत्र में 450 दंडाधिकारियों और 550 पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस के 1600 जवानों ने सुरक्षा और सहायता के लिए जिम्मेदारी संभाल ली है.
इसके साथ शुक्रवार को शहर के कई घाटों पर भी जवानों की तैनाती की गई है. राजधानी में छठ पर चार हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए तैनात हैं. खरना के दिन सुबह छह बजे से सभी को घाटों पर जवान हाजिर हो गए हैं. एनडीआरएफ की आठ टीमें भी 400 जवानों और 70 बोटों के साथ मुस्तैद है. ग्रामीण क्षेत्र के लिए एसडीआरएफ की टीम अलग से लगाई गई है. जिलाधिकारी कुमार रवि सीधे अधिकारियों को मॉनीटर कर रहे हैं. उन्होंने विधि-व्यवस्था के लिए अधिकारियों को अहम निर्देश भी जारी किए.
दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल के साथ-साथ गोताखोर, एंबुलेंस के साथ चिकित्सा दल और विद्युत विभाग के पदाधिकारी घाटों पर प्रतिनियुक्त कर दिए गए हैं. सेक्टरवार नदी गश्ती दल की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. नदी गश्ती दल के लिए मोटर बोट, टॉर्च एवं लाइफ जैकेट की व्यवस्था जिला आपदा प्रबंधन करेगी. दो गोताखोर और एक महाजाल नियंत्रण कक्ष में भी रहेगा. सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन और पुलिस के शीर्ष अधिकारी लगातार घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं.
नहाय-खाय के अवसर पर छठ घाटों पर सुबह से ही व्रतियों के स्नान करने और गंगा जल घर ले जाने वालों की भीड़ उमड़ी. मीतन घाट से भद्र घाट तक घाटों की सुंदरता देखते बन रही है. सिटी के अधिकतर घाट भी बेहतर स्थिति में हैं. वहीं कलेक्ट्रेट घाट व राजा घाट भी बेहतर स्थिति में हैं. बुडको द्वारा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना के तहत बनाए गए पक्के रास्ते श्रद्धालुओं के लिए सुखद साबित हो रहे हैं. इन रास्तों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं.
खतरनाक घाटों को लाल कपड़े से घेरकर वहां भी जवानों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. ये जवान श्रद्धालुओं को इधर जाने से रोक रहे हैं. सुरक्षा की पूरी व्यवस्था का समन्वय जिला नियंत्रण कक्ष से प्रभारी शैलेंद्र भारती के नेतृत्व में किया जा रहा है. छठ के लिए अलग से बनाए गए कोषांग का प्रभार अनुभाजन पदाधिकारी जैनेंद्र कुमार के जिम्मे है. जिलाधिकारी ने सुरक्षा के लिहाज से पुलिस अधीक्षक से प्रशिक्षित बम निरोधी दस्ता की प्रतिनियुक्ति का अनुरोध किया है. महत्वपूर्ण स्थलों की एंटीसवोटेज जांच प्रशिक्षित पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों से कराना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. घाटों पर सीसी कैमरे की भी नजर रहेगी.