दिल्ली: कोरोना संकट के कारण इस समय दुनियाभर में प्रदूषण के खिलाफ भी काफी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. प्रदूषण को कम करने के लिए कई तरह के प्लान तैयार किए जा रहे हैं. प्रदूषण को बढ़ाने की एक वजह बढ़ते वाहन भी हैं इसलिए दुनियाभर में इस समय इलेक्ट्रिक कारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. ये कारें न सिर्फ पर्यावरण को प्रदूषण से बचाती हैं बल्कि इन्हें चलाने में बहुत कम खर्च आता है.
दुनियाभर की ऑटोमोबाइल कंपनियां इन कारों को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही हैं. छात्रों की एक टीम ने कचरे का इस्तेमाल करके बेहतरीन इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार का निर्माण किया है. दरसअल छात्रों ने समुद्र से निकाले गए प्लास्टिक, रीसाइकल्ड पेट बॉटल्स और घरों से निकलने वाले कचरे के इस्तेमाल से इस कार को तैयार किया है.
इलेक्ट्रिक कार का निर्माण करने वाले ये छात्र टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ आइंडहोवन में पढ़ाई करते हैं. छात्रों ने कचरे की मदद से तैयार की गई इस कार को स्पोर्टी लुक दिया है. ये टू-सीटर कार है जिसे पीले कलर से पेंट किया गया है. छात्रों ने इस कार को ‘Luca’ नाम दिया है. ये कार 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है.
रेंज की बात करें तो ये कार एक बार चार्ज होने के बाद 220 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है. कार के बारे में दी गई ये जानकारी टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ आइंडहोवन की तरफ से दी गई है. इस कार को बनाने में हार्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है जो घर में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक अप्लाइंसेज और खिलौनों से मिलता है.