रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में आज हुई बैठक में 9 अगस्त को मनाये जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस और क्रांति दिवस की तैयारियों पर चर्चा हुई.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा रामेश्वर उरांव के आवास पर आयोजित बैठक में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, डा राजेश गुप्ता छोटू, अमूल्य नीरज खलखो, बेलस तिर्की, सतीश पाल मुंजीनि, सुखेर भगत,निरंजन पासवान, डॉ. राकेश किरण महतो की उपस्थिति में विश्व आदिवासी दिवस एवं क्रांति दिवस धूमधाम से आयोजित करने का निर्णय लिया.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्य समारोह पूर्वाहन 12ः15 बजे से कांग्रेस भवन में आयोजित की गई है, जहां सबसे पहले आदिवासी समाज में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पांच अगुआ प्रमुखों को सम्मानित किया जाएगा, तथा केन्द्रीय लोक सेवा आयोग में झारखंड के सफल आदिवासी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया जाएगा.
उसके पूर्व पूर्वाहन 11ः15 बजे क्रांति दिवस और भारत छोड़ो आंदोलन की याद में सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य महान विभूतियों के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. मोराहाबादी मैदान बापू वाटिका में आयोजित.
इस मौके पर आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और शहीदों को याद करने के बाद विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास संघर्ष और सेवा का रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा आदिवासी हितों के लिए काम किया है, आजादी के दौरान आदिवासियों के लिए डॉ. राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में सेवा मंडल का गठन किया, संविधान में प्रावधान सुनिश्चित की और आदिवासी बच्चे बच्चियों के लिए जगह-जगह स्कूल खोले गये, संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की गई. कांग्रेस पार्टी हमेशा आदिवासियों का संरक्षण करती रही है.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने देश को आजादी दिलाने के बाद संविधान निर्माण के लिए समिति का गठन किया गया. इस संविधान के माध्यम से ही आदिवासियों के लिए नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की व्यवस्था करायी गयी, जिसके बाद से आदिवासियों का सर्वांगीण विकास हो पाया.
डॉ. उरांव ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार ने आदिवासियों के कल्याण जो कार्य किये, वह किसी से छिपा नहीं है, यही नहीं पार्टी ने जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा को लेकर भी कई कानून बना कर लोगों के अधिकार को समृद्ध और मजबूत करने का प्रयास किया.
डॉ. उरांव ने कहा कि यूं तो 9 अगस्त को आदिवासी दिवस पूरे देश में मनाया जाता है, झारखंड में भी मनाया जाता रहा है लेकिन वर्ष 2018 में झारखंड के कांग्रेस प्रभारी आरपीएनसिंह ने विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम रांची के कांग्रेस भवन में शुरुआत की और झारखंड के सभी जिला कांग्रेस मुख्यालय व प्रखंड कांग्रेस मुख्यालयों में आयोजित होने लगा, मैं आरपीएन सिंह को धन्यवाद देता हूं और उसी परंपरा को निभाते हुए 9 अगस्त 2020 में भी झारखंड कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी सामाजिक दूरी बनाते हुए मुख्य समारोह आयोजित करेगी और सरना झंडा भी लगाऐगी.
एक प्रश्न के जवाब में डॉ. उरांव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पहली बार देश में लॉकडाउन लागू किया गया था, उस वक्त देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या मात्र 500 थी, लेकिन आज यह बढ़कर लगभग 20 लाख के आसपास हो चुकी है, इसलिए भाजपा के नेताओं को यह प्रधानमंत्री से पूछा जाना चाहिए कि इससे निपटने के लिए प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाये गये.
उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप आयोजित कर गुजरात, महाराष्ट्र और फिर दिल्ली को कोरोना के मकड़जाल में धकेल दिया गया और इन तीनों राज्यों से पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव हो गया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर पार्टी नेताओं के एक शिष्टमंडल द्वारा आज राज्यपाल से मिलने संबंधी सवाल पर कहा कि यह मसला विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लंबित है, उन्हें इंतजार करना चाहिए, स्पीकर सभी कानूनी पहलुओं को ध्यान में रखकर फैसला लेंगे, इसे लेकर दबाव बनाना संसदीय परंपरा के विपरीत होगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी और दीपक प्रकाश को 14 दिनों के होम क्वारंटाइन किए जाने जाने के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि इस कानून को भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार ने ही बनाया है, कानून के तहत उन्हें होम क्वारंटाइन पर भेजा गया था.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे एवं डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि आदिवासी दिवस एवं क्रांति दिवस की सफलता के लिए राजधानी रांची में पोस्टर, होडिंग, बैनर व तिरंगा झंडा लगाया जाएगा.
पूरे शहर को सजाया जाएगा, ताकि व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके, झारखंड सरकार भी अपने स्तर पर कार्यक्रम कर रही है. विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित समारोह में 21वीं सदी में आदिवासियों की मौजूदा हालात, समस्याएं और उनकी उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी, संसाधनों के अभाव में भी इस समुदाय के लोगों ने अपनी एक खास पहचान बना कर रखी है. आदिवासी समाज ने राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.