रांची: झारखंड में शुक्रवार को सूबे के सभी जिलों में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर ड्राई रन का आयोजन किया जा रहा है. इससे पहले भी राज्य के 6 जिलों के 375 वोलेंटियर्स को चिन्हित कर कोरोना टीकाकरण का सफल ड्राई रन किया जा चुका है.
कुलकर्णी ने बताया कि कोरोना टीकाकरण और शीत श्रृंखला प्रबंधन को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय संचालन समिति और जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संचालन समिति का गठन किया गया है. इसके अलावा सभी उपायुक्त के माध्यम से गोल्ड चेन प्वाइंट्स के निरीक्षण का कार्य अंतिम चरणों में है.
अभ्यास का उद्देश्य वास्तविक टीकाकरण प्रक्रिया को सुगम बनाना है. प्रस्तावित सत्र स्थान पर लाभार्थियों के पंजीकरण और माइक्रोप्लानिंग समेत टीकाकरण अभियान की पूरी योजना का परीक्षण जिलाधिकारी की निगरानी में होगा. इस पूर्वाभ्यास में राज्य, जिला, प्रखंड और अस्पताल स्तर के सभी अधिकारियों को कोविड-19 टीकाकरण अभियान के सभी पहलुओं की जानकारी भी दी जायेगी.
इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोविड-19 टीकाकरण एवं शीत श्रृंखला प्रबंधन की चल रही तैयारियों की अधिकारियों के साथ समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के सफल क्रियान्वयन के लिए समयपूर्व पूरी व्यवस्था दुरुस्त कर ली जाय.
बैठक में यह जानकारी दी गयी राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर प्रायोरिटी तय कर ली गई है. इसके तहत सबसे पहले लगभग डेढ़ लाख हेल्थ केयर वर्कर्स का कोरोना टीकाकरण होगा. इसमें आंगनबाड़ी सेविकाएं भी शामिल होंगी. इसके बाद राज्य और केंद्र सरकार के पुलिस जवानों, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबंधन समन्वयक , नागरिक सुरक्षा संगठन, नगरपालिका कर्मी और राजस्व अधिकारियों के रूप में कार्य कर रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा.
इसके लिए लगभग दो लाख लाभार्थियों को चिन्हित किया गया है. इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लगभग 62 लाख 97 हजार लोगों तथा 50 साल से ज्यादा उम्र वाले वैसे लोग जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर औऱ फेफड़े के रोग से ग्रसित हैं, उन्हें टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा. इसकी अनुमानित संख्या लगभग लगभग 33 लाख 42 हजार है.
इससे पहले कल राज्य स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया कि झारखंड में 1 लाख 25 हजार से ज्यादा सिरिंज की व्यवस्था की गई हैं, पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि 7500 से ज्यादा वोलेंटियर इस कार्य में लगाये गए हैं और सरकारी व्यवस्था के साथ ही प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के संस्थाओ का भी सहयोग लिया जा रहा है. इसके लिए 1672 केंद्र बनाए गए हैं.
उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा केंद्र सरकार के निर्देशो का इंतजार किया जा रहा है, जिस प्रकार प्रदेश में कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता हासिल की गयी, उसी तरह पूरा विश्वास हैं कि सरकार कोविड-19 टीकाकरण अभियान को भी सफलतापूर्वक संपन्न कराने में सफल होगी.