रांची: एकीकृत बिहार में सबसे पहले चारा घोटाले का उजागर करने और झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के कार्यकाल में हुए घोटाले को लेकर पुस्तक लिखने वाले निर्दलीय विधायक सरयू राय इन दिनों मेनहर्ट घोटाले पर भी किताब लिख रहे है.
झारखंड में चर्चित मेनहर्ट घोटाले को लेकर कांग्रेस-झामुमो नेता पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर राजनीतिक रूप से निशाना साधते रहे है. वहीं सरयू राय भी लंबे समय से इस पूरे मामले की गहन छानबीन की वकालत रहे है.
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर पूर्वी सीट से प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पराजित करने वाले सरयू राय ने बताया कि कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका के जरिया पर आधारित उनकी पुस्तक-मेनहर्ट नियुक्ति घोटाला’ मुद्रणाधीन है.
उन्होंने ट्वीट कर बताया कि करीब 150 पृष्ठों और छोटे-बड़े 19 खंडों वाली यह पुस्तक शत-प्रतिशत तथ्य आधारित है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मुद्रण पूर्व इसे खंडशः वेबसाइट पर डालेंगे ,ताकि तथ्य पर किसी को एतराज या सुझाव हो तो बता दें.
सरयू राय ने 1994 में सबसे पहले पशुपालन घोटाले का भंडाफोड़ किया था. बाद में इस घोटाले की सीबीआई जांच हुई और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद समेत अन्य राजनेताओं, आईएएस अधिकारियों व पशुपालन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों तथा संवेदकों को सजा हुई.
सरयू राय ने वर्ष 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी को लेकर भी एक किताब- ‘मधु कोड़ा लूट राज’ लिखी थी. इस पुस्तक में उन्होंने मधु कोड़ा के कार्यकाल में भ्रष्टाचार में हासिल किये गये अवैध धन को हवाला के जरिये विदेश ले जाने, स्वीडिश कंपनी में डालने, इस कंपनी को नास्डाक में सूचीबद्ध करने और उद्योग लगाने की साजिश रचने के बादे में दस्तावेज प्रस्तुत करने का दावा किया गया था.
यह माना जा रहा है कि सरयू राय द्वारा प्रस्तावित पुस्तक ‘मेनहर्ट नियुक्ति घोटाला’ में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के ही निशाने पर रहने की संभावना है.