दिल्ली: देश में स्वदेशी अपनाए जाने की बात की जा रही है. इस बीच RSS चीफ मोहन भागवत ने कहा है कि स्वदेशी अपनाने का ये मतलब नहीं कि सभी विदेशी उत्पादों का बहिष्कार हो.
सरसंघचालक ने कहा कि केवल ऐसी प्रौद्योगिकी तथा उत्पादों का विदेशों से आयात किया जाना चाहिए जिनकी देश में पारंपरिक रूप से कमी है.
प्रो. राजेन्द्र गुप्ता की दो किताबों का लोकार्पण करते हुए भागवत ने दुनिया को एक बाजार की बजाए एक परिवार समझने की बात कही. उन्होंने आत्मनिर्भरता के साथ सद्भावनापूर्ण सहयोग की जरूरत को रेखांकित किया.
मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान का उन्होंने समर्थन किया और कहा कि स्वदेशी का अर्थ देशी उत्पादों और प्रौद्योगिकी को प्राथमिकता देना है.
उन्होंने कहा कि स्वदेशी का मतलब यह नहीं की सभी विदेशी उत्पादों का हो.