मेदिनीनगर: पलामू जिला प्रशासन की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत जिले में लिंग अनुपात में सुधार के लिए विशेष प्रयास जारी है. आज दिनांक 20 अगस्त 2020 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि रंजन की अध्यक्षता में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का जिले में सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई.
बैठक में मौजूद प्रभारी जिला समाज कल्याण पदाधिकारी- सह-प्रशिक्षु आईएएस दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने बताया कि पिछले 1 वर्ष में जिले के लिंग अनुपात में गिरावट देखने को मिला है. जहां एक ओर वर्ष 2018-19 में 1000 लड़कों 954 लड़कियों का अनुपात था वहीं 2019-20 में 1000 लड़कों में सिर्फ 929 लड़कियों का अनुपात है. उपायुक्त ने कहा कि यह स्थिति काफी चिंताजनक है. इसके लिए उन्होंने जिले भर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का सफल प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया. बैठक में मौजूद डीएसपी सदर संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि कभी-कभी खबर आती है कि शहर में चलाए जा रहे अल्ट्रासाउंड क्लीनिक में पीसीपीएनडीटी एक्ट का अनुपालन नहीं किया जा रहा है. इसके लिए उपायुक्त ने एक टीम गठित कर जिले में चलाए जा रहे अल्ट्रासाउंड क्लीनिक मैं औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया.
जिले में लिंगानुपात बढ़ाने को लेकर उपायुक्त ने कई तरह के अवेयरनेस कैंपेन चलाने का निर्देश दिया. इसके तहत उन्होंने सभी पंचायत भवन तथा प्रखंड कार्यालयों में गुड्डा गुड्डी बोर्ड अवश्य रूप से लगाने का निर्देश दिया. वही लिंगानुपात को बढ़ाने हेतु उपायुक्त ने एक अनोखी पहल के तहत वैसे विद्यालय जहां लड़कियां लड़कों से अधिक है उसे जिला प्रशासन मॉडल स्कूल के रूप में अडॉप्ट करेगा. इसके अलावा डोर टू डोर स्टिकर लगाकर लोगों को जागरूक कर लड़के व लड़कियों में समानता पैदा करने का प्रयास किया जाएगा.
बैठक में इनकी रही उपस्थिति
बैठक में उपायुक्त शशि रंजन के अलावा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी-सह- प्रशिक्षु आईएएस दिलीप प्रताप सिंह शेखावत उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर, सिविल सर्जन, जिला शिक्षा अधीक्षक, एसडीपीओ सदर, सहायक जन सम्पर्क पदाधिकारी श्वेताभ एवम अजित कुमार तिवारी सहित पलामू जिले के विभिन्न खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 12 बालिकाएँ भी मौजूद थीं.