रांची: इंजीनियरिंग महाविद्यालयों में दी जाने वाली शिक्षा और प्रत्यक्ष उद्यमों में काम करने के लिए अपेक्षित कौशल इन दोनों में अक्सर अंतर होता है.
ज्यादातर इंजीनियरिंग महाविद्यालय और पॉलिटेक्निक्स या आईटीआई भी अपने छात्रों को किताबी ज्ञान देते हैं लेकिन प्रत्यक्ष उपकरणों और साधनों पर काम करने के रोजगार-योग्य कौशल छात्र विकसित नहीं कर पाते. शिक्षा और रोजगार योग्यता के बीच की इस दरार को भरने और ऊर्जा तथा संबद्ध क्षेत्रों को तैयार व्यावसायिक दे पाने के उद्देश्य से टाटा पावर के स्किल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (टीपीएसडीआई) ने 69700 से ज्यादा लोगों को प्रशिक्षित किया है और इसमें व्यावहारिक और क्रियाशील प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया है.
टीपीएसडीआई ने 2015 में भारत के वंचित वर्गों के और शारीरिक मेहनत के काम करने वाले लोगों के लिए कौशल विकास कार्यक्रम से शुरूआत की. तब से लेकर टीपीएसडीआई ने अपनी प्रशिक्षण सुविधाओं को तेजी से बढ़ाकर अपने पांच प्रशिक्षण केंद्रों में 3400 से ज्यादा इंजीनियरिंग छात्रों को प्रशिक्षण दिया है. आज टीपीएसडीआई में अन्य कॉर्पोरेट क्षेत्र के इंजीनियर्स और कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है. साथ ही इस संस्था ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इथिओपिया और लाइबेरिया इन देशों में भी उच्च कौशल प्रशिक्षण दिया है.