आशीष रंजन,
मुज्जफरपुर(पूपरी): इंजीनियर तौसीफ आलम ने डरबी टेक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी की मदद से ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन का निर्माण किया है. यह मशीन ऑटोमेटिक है, जैसे ही आप इस में प्रवेश होते हैं, आपको शत प्रतिशत सेनिटाइज कर देता है.
यह करिश्मा कर देखाया है रेवढ़ा गांव के तौसीफ आलम ने. तौसीफ के पिता प्रो. मुनतसीर आलम काजी अहमद डिग्री कालेज जाले, दरभंगा में प्रोफेसर हैं.
तौसीफ ने जोगीयारा उच्च विद्यालय से 10वीं, मिल्लत कालेज दरभंगा से 12वीं की. महाराजा इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर, उड़ीसा से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बी टेक की डिग्री प्राप्त की.
घर पर ही तौसीफ ने इस ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन का निर्माण किया. इस मशीन का कंट्रोल सिस्टम इन हों ने खुद आविष्कार किया है. तौसीफ ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स से उन्हें प्रेरणा मिली.
कोरोना वॉरियर्स देश के प्रति अपने कर्तव्य निभा रहे हैं. मुझे लगा कि देश और मानवता को बचाने के लिए मुझे भी कुछ करना चाहिए. ऐसा करू जिससे समाजिक दूरी का पालन हो जाये और कोरोना से संघर्ष में विजय पा सके.
इस मशीन को अब स्टेंडर्ड रूप से तैयार किया गया है, जिसमें 15000 की लागत आई है. प्रवेश करने और निकलने के बाद आठ सेकेंड में मशीन स्वयं बंद हो जाती है.
तौसीफ कहते हैं अगर आपूर्ति के लिए मुझे मौका दिया गया तो निश्चित तौर पर सहयोग कर देश की सेवा करने के लिए तैयार हूं. पुपरी प्रखंड विकास पदाधिकारी रागिनी साहू ने उद्घाटन करते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह बेहतरीन मशीन है.
मैन पावर की आवश्यकता नहीं है. प्रवेश करते ही स्वयं चालु हो जाता है और निकलते ही बंद हो जाता है. वहीं डॉ एम शफीउल्लाह ने बताया कि लॉकडाउन समाप्त होते ही कोरोना वायरस को फैलने का खतरा बढ़ गया है. इसको देखते हुए यह मशीन मैंने अपने क्लिनिक (हाई टेक डेंटल केयर सेंटर, पुपरी) में लगाई है.