पोहरी : पोहरी में रविवार को राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ (राठखेड़ा) को अतिथि शिक्षकों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. राज्य मंत्री ने अतिथि शिक्षकों की मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया. मध्यप्रदेश में शासकीय विद्यालयों में अतिअल्प मानदेय पर वर्षों से कार्यरत अतिथि शिक्षक अपनी सेवा दे रहे है. अतिथि शिक्षकों की मांग को लेकर समय-समय पर सरकार ने वादे एवं घोषणा की थी. विगत कमलनाथ सरकार ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की मांग को वचन पत्र में प्रमुख रूप से सम्मिलित की थी. लेकिन वचनपत्र पर कमलनाथ सरकार ने ध्यान ना देते हुए केवल अतिथि शिक्षकों के साथ छलावा एवं धोखा दिया. जिससे आहत होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने टीकमगढ़ के ग्राम कुटिला में अतिथि शिक्षकों के समर्थन में कांग्रेस सरकार से मुखर हो कर विरोध करते हुए अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण ना किए जाने पर अतिथि शिक्षकों के साथ सड़क पर उतरने की बात कही थी एवं उक्त सरकार से अपना समर्थन वापस लेते हुए मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
आने वाले समय में मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा की सीटों पर उपचुनाव होना प्रस्तावित है. शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने की थी. यदि इन उपचुनाव से पूर्व ही सरकार अतिथि शिक्षकों की लंबित मांगों को अविलंब पूरा करते हुए नियमितीकरण एवं माह मई से जुलाई 2020 तक का मानदेय भुगतान किया जाए. जिससे मध्य प्रदेश की जनता के बीच भाजपा सरकार की संवेदनशील छवि बन सके.