हार्डकोर महादेव मुंडा की 16 मामलों में थी तलाश
चाईबासा:- पश्चिमी सिंहभूम जिले के लांजी में पिछले दिनों हुए बारूदी सुरंग के विस्फोट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस घटना के बाद शुरू किए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने माओवादियों के दो हार्डकोर समेत कुल 10 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है.
सिंहभूम कोल्हान प्रक्षेत्र के डीआईजी राजीव रंजन नेशुक्रवार को मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए नक्सली माओवादी दस्तों के हथियार एवं गोला बारूद लाने ले जाने का काम करते थे. उन्होंने बताया कि, गत 4 मार्च को भाकपा माओवादी संगठन की बी टीम द्वारा पाइप बम से हमला कर दिया था. जिसमें झारखण्ड जगुआर के तीन जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद अनुसंधान करते हुए शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. दरअसल, रमाई हांसदा को गिरफ्तार किया था जिसके बाद उसकी निशानदेही पर और पूछताछ करने पर बताया गया कि भाकपा माओवादी के अनल दा उर्फ पति राम मांझी तथा महाराजा प्रमाणिक के कहने पर वह अपने सहयोगीयों के साथ पाइप वाला आईडी बम को लागी जाने वाली रास्ते में लगाया था, दूसरे दिन सुबह में सभी चारों पुलिस बल का इंतजार कर रहे थे एवं एक अन्य सहयोगी पेड़ में चढ़कर पुलिस बल की सूचना ले रहा था उसके बाद जैसे ही इन लोगों ने पुलिस को देखा उन्होंने अन्य सहयोगियों की मदद से बैटरी लेकर इनके इशारे का इंतजार करते हुए सुरक्षाबलों को आता देखकर विस्फोट कर दिया. इस आईडी विस्फोट में सुरक्षाबल घायल हो गए और उसके बाद यह लोग वहां से भाग निकले गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने आईडी विस्फोट तथा उस दौरान पुलिस बल पर निगरानी रखने तो उसकी सूचना देने मोबाइल मुहैया कराने और अन्य जरूरत के सामानों को सही समय पर पहुंचा कर भाकपा माओवादियों के उग्रवादियों को सहयोग करने की बात को स्वीकार की है.कोल्हान रेंज के डीआईजी राजीव रंजन ने बताया भाकपा माओवादी की बी टीम है जो कि नक्सलियों को हथियार ढोने विस्फोट करने आदि में इनका सहयोग करते हैं यह लोग वर्दी नहीं पहनते हैं जिस वजह से इन्हें गांव और जंगलों में घूमने में कोई कठिनाई नहीं होती और बिना किसी को सूचना लगे यह अपने कार्य कर लेते हैं.