जमशेदपुर: कोरोना संकट को लेकर देश लॉकडाउन पर है. जहां देश भर के शिक्षण संस्थानों से लेकर शॉपिंग मॉल, उद्योग धंधे सभी बंद पड़े हैं. वहीं प्रशासन 24 घंटे आम लोगों को राहत पहुंचाने में जुटी है. झारखंड के जमशेदपुर स्थित कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी कॉलेज का नजारा कुछ अलग ही कहानी बयां कर रही है.
भले कॉलेज के मेन गेट में ताला लगा है, लेकिन कॉलेज के पिछले दरवाजे से जो खेल खेला जा रहा तस्वीरों को देखकर समझ सकते हैं. कॉलेज कैंटीन के पास लगाए गए एक दर्जन छायादार पेड़ों को लकड़ी माफिया काटकर ले गए. इतना ही नहीं इस जगह पर शराब की खाली बोतलें कॉलेज कैंपस में हो रहे अनैतिक कार्यों को साफ बायां कर रही है. प्रशासनिक ढील की आड़ में कॉलेज कैंपस को अपराधियों ने सेफ जोन मान लिया है. यहां हर गैर कानूनी काम धड़ल्ले से जारी है. वहीं छात्र नेता और कॉलेज कर्मी भी कॉलेज कैंपस से छायादार पेड़ों की कटाई से चिंतित नजर आए.
वैसे कॉलेज कैंमस में लगे सीसीटीवी कैमरे से लकड़ी माफियाओं और शराबियों का भेद खुल सकता है, बशर्ते वो चालू कंडीशन में हो तब. वैसे कॉलेज कैंपस में प्रोफेसर, कर्मी और गार्ड का भी आवास है. ऐसे में इनके यहां रहने से अगर कॉलेज की संपत्ति का नुकसान हो रहा है, तो इनके यहां रहने से क्या फायदा. हालांकि सूत्र बताते है, कि कॉलेज के कर्मियों के मिलीभगत से पड़ोस के बस्ती के लोगों द्वारा पेड़ों की कटाई हो रही है. बहरहाल पूरा मामला जांच का है.