रांची : कपड़ा व्यवसायियों ने मंगलवार को चेंबर के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इसमें, 72 दिनों के लॉकडाउन के उपरांत राज्य सरकार द्वारा झारखंड में अब तक कपडा व्यापार को संचालन की अनुमति नहीं देने से कपडा व्यवसायियों के समक्ष हो रही कठिनाइयों पर चर्चा की गयी. व्यवसायियों ने फेडरेशन से अपनी कठिनाइयां साझा करते हुए इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया. यह भी कहा कि संभवत: कपडा दुकानों के खुलने से लोगों की भीड अधिक होने लगेगी जिससे संक्रमण बढने की आशंका है, इसी आशंका के आधार पर कपडा व्यापार को अब तक बंद रखा गया है. यदि ऐसा है, तब कपडा व्यापार को ऑड-इवेन अथवा वैकल्पिक दिन खोलने की पहल की जा सकती है.
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से हम भी बिहार की तर्ज पर अपने प्रतिष्ठान में ट्रायल रूम बंद रखकर ही व्यापार करेंगे, इस दौरान बिके हुए कपडे वापस नहीं होंगे.
चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि चैंबर द्वारा सरकार को पूर्व में ही सेक्टरवाईज व्यवसायिक गतिविधियों को आरंभ करने का आग्रह किया गया है. सरकार को सभी व्यापार-उद्योग की भांति कपडा व्यापार के साथ भी एक समान न्याय करना चाहिए. कपडा व्यवसायियों के सुझाव पर उन्होंने पुनः इस दिशा में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.
बैठक में चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी, उपाध्यक्ष प्रवीण जैन छाबडा, महासचिव धीरज तनेजा के अलावा झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष अनिल जालान, सचिव विक्रम खेतावत, व रेडिमेड गारमेंट्स होजियरी संघ के महाबीर सोमानी उपस्थित थे.