टंडवा (चतरा): आम्रपाली कोल परियोजना में विगत एक सप्ताह से जारी विस्थापित प्रभावित रैयतों का आंदोलन अब तक किसी निर्णायक मोड़ पर नहीं आ सका है.
बड़कागांव की विधायक अम्बा प्रसाद मगध आम्रपाली के महाप्रबन्धक एके चौबे रैयतों को अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए है.
वहीं सिमरिया विधानसभा के विधायक किशुन कुमार दास रैयतों की समस्या मुख्यमंत्री के समक्ष रख चुके है. बताया जाता है कि आम्रपाली कोल परियोजना में लगभग पांच हजार घरों का चूल्हा प्रतिदिन कैसे जले. लोग रोजगार की तालाश में काम करने बाहर राज्यों में नही जाए यह भी आंदोलनकारियों का सीसीएल से ओर सरकार से ज्वलंत सवाल है. अब ऐसे में देखना है रोजी रोजगार के मसले पर सीसीएल प्रबन्धन एवं झारखंड सरकार रैयतों के पक्ष में कितना कुछ कर पाती है.