रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विपक्ष के नेता थे तो वे भारतीय जनता पार्टी के 11 सदस्य मंत्रिमंडल को असंवैधानिक बताते थे. वह यह भी कहते थे कि 11 सदस्यीय मंत्रिमंडल संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं हो सकता है. उस समय उनके अनुसार पूरे 12 मंत्रियों के मंत्रिमंडल का होना संविधान के अनुसार आवश्यक था. इस मुद्दे को उन्होंने विधानसभा और सार्वजनिक मंचों में अनेकों बार उठाया था.
प्रतुल ने कहा कि आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद 9 सदस्यीय मंत्रिमंडल का 2 महीने से ज्यादा समय से नेतृत्व कर रहे हैं. राजेंद्र प्रसाद सिंह और हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित सिर्फ 9 ही रह गयी है. ऐसे भी 11 महीने की उनकी सरकार में भी कभी भी 12 मंत्री नहीं रहे है.
प्रतुल ने कहा कि कल मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस के अवसर पर संविधान के प्रति आस्था और निष्ठा की बात कही थी. लेकिन सत्ता में आते ही उनकी संविधान में दिए गए प्रावधानों की परिभाषा बदल गई है. प्रतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने फिर से साबित किया है कि बातों से पलटने में उनका कोई जोड़ नहीं है. विपक्ष में रहते उनकी सोच सत्ता में आते ही पलट जाती है.