रांची: झारखंड विधानसभा की सभी 81 सीटों के लिए कुल पांच चरणों में चुनाव होंगे. हुसैनाबाद विधानसभा सीट इनमें से एक सीट है, जिस पर पहले चरण में 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.
वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने एनसीपी के कमलेश सिंह को पराजित किया था.
हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख 77 हजार है, जिनमें पुरुष मतदाता लगभग 1 लाख 49 हजार और महिला मतदाता लगभग 1 लाख 27 हजार हैं. इस विस क्षेत्र में कुल 341 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, जिनमें 85 अति संवेदनशील और 179 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं.
सामान्य मतदान केन्द्रों की संख्या 77 है. पिछले चुनाव में 67.81 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी तेज हो गयी है. चुनाव प्रचार का दौर तेज है. इस बार के चुनाव में भी वही पुराने चेहरे हैं. सभी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं. अपनी प्राथमिकताओं को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और उन्हें अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
हालांकि कुछ इलाकों के वोटरों में वर्तमान विधायक और सरकार के कार्यों से खुशी देखी जा रही है, लेकिन कुछ ऐसे भी इलाके हैं, जहां के मतदाताओं में नाराजगी देखी जा रही है. ऐसे क्षेत्रों में जनसरोकार की समस्याएं लंबे समय से लंबित पड़ी हैं. सिंचाई, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा का प्रबंध नहीं हो पाया है. हालांकि प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग के सवाल पर लोग अबतक मौन है.
वोटरों का कहना है कि समय आने पर अपना पक्ष वोटिंग के माध्यम से रख देंगे. इस चुनाव में विनोद सिंह जहां भाजपा के समर्थित उम्मीदवार हैं तो कमलेश सिंह एनसीपी के और संजय कुमार सिंह यादव राजद से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. हुसैनाबाद के निवर्तमान विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता बसपा से चुनाव जीते थे, लेकिन चुनाव से कुछ दिन पूर्व आजसू में शामिल हो गए. उन्हें आजसू ने अपना उम्मीदवार इस सीट से बनाया है.
एक जमाने में हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ था. यहां से कांग्रेस ने सात बार जीत दर्ज की है. 1977 की जेपी लहर में भी कांग्रेस के उम्मीदवार हरिहर सिंह ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद हरिहर सिंह ने लगातार तीन बार हुसैनाबाद, हरिहरगंज विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. विधायक रहते हुए 1987 में हरिहर सिंह की मृत्यु हो गयी थी. 1990 में भाजपा से दशरथ कुमार सिंह, 1995 में जनता दल से अवधेश कुमार सिंह और 2000 में राजद से संजय कुमार सिंह यादव ने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
वहीं पिछले तीन चुनाव पर नजर डालें तो 2005 के चुनाव में एनसीपी के कमलेश सिंह ने राजद के संजय सिंह यादव को शिकस्त दी थी. वहीं 2009 के चुनाव में राजद के संजय सिंह यादव ने इस सीट पर कब्जा करते हुए बसपा के शिवपूजन मेहता को परास्त किया. 2014 में फिर बसपा के कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने एनसीपी के कमलेश सिंह को चुनावी मैदान में बड़े अंतर से हरा दिया.