मध्य प्रदेश: बुधवार को भोपाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व एनआरसी के विरूद्ध कांग्रेस पार्टी के आह्वान पर चार किमी लंबी संविधान बचाओ न्याय यात्रा निकाली गई.
इसे संबोधित करते हुए सीएम कमलनाथ ने बोला कि जिस तरह नागरिकता कानून लाया गया है, उससे आम नागरिकों के अधिकार व भविष्य खतरे में है. इसका अंतिम सांस तक विरोध किया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस पार्टी की न्याय यात्रा भोपाल के रोशनपुरा चौराहा से प्रारम्भ हुई व मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ संपन्न हुई.
रोशनपुरा चौराहा पर मंच बनाया गया था, जिस पर विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ कांग्रेस पार्टी नेताओं के अतिरिक्त कई कम्युनिस्ट नेता भी उपस्थित थे.
कमलनाथ ने अपने संबोधन में बोला कि देश की पहचान हमारे संविधान व संस्कृति से है. यह देश व धर्मो को जोड़े रखती है. संविधान पर आज जो आक्रमण हो रहा है, वह केवल संविधान पर नहीं, बल्कि हर नागरिक पर है.
अपने बयान में आगे बीजेपी और उसके नेताओं का नाम लिए बिना कमलनाथ ने बोला कि वे संसद के भीतर कुछ व बाहर कुछ कहते हैं. वे भ्रमित करने की पॉलिटिक्स कर रहे हैं. जिस प्रकार का कानून वे लाए हैं, उसके विरूद्ध अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे.
हम आने वाली पीढ़ी को ऐसा देश सौंपना चाहते हैं जो हमारे पूर्वज व संविधान बनाने वालों ने हमें सौंपा था. न्याय यात्रा संपन्न होने के बाद पत्रकारों से चर्चा में सीएम कमलनाथ ने फिर बोला कि मध्यप्रदेश में ऐसा कोई कानून लागू नहीं होगा जो संविधान, समाज, धर्म या जनविरोधी होगा.
कांग्रेस पार्टी को नागरिकता कानून तथा एनआरसी में जो लिखा है, उसकी नहीं, बल्कि जो नहीं लिखा है उसकी चिंता है. सरकार का जो लक्ष्य है, उसकी चिंता है. इसके उपयोग की चिंता नहीं वरन दुरुपयोग की चिंता है.