शव पहुंचते ही महिलाओं की चित्कार से दहल उठा उंटा, मंगरदाहा और सिसई गांव
संवाददाता चतरा: चेन्नई के वेल्लुपुरम इलाके में गुरूवार को सड़क हादसे में मारे गये चतरा के सभी 09 मजदूरों का शव आज उनके पैतृक गांव वापस लाया गया। चेन्नई से सभी शव को एयर एंबुलेंस से पहले रांची हवाई अड्डा लाया गया, जिसके बाद शव को सड़क मार्ग से चतरा भेजा गया। पांच मजदूरो का शव सदर थाना क्षेत्र के उंटा मोड, दो शव मंगरदाहा गांव और दो शव टंडवा थाना क्षेत्र के सिसई गांव पहुंचाया गया। शव पहुंचते ही महिलाओं की चीत्कार से पुरा इलाका गमगीन हो उठा। सभी शवो का अंतिम संस्कार स्थानीय श्मशान घाट मे किया गया। दुःख की इस घडी मे चतरा उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद, सदर एसडीएम राजीव कुमार, अंचलाधिकारी यामुन रविदास, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत जिले के कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों का ढांढस बंधाया।
टंडवा के सिसई गांव पहुंचा दो सहोदर भाइयो का शव, मातम का माहौल
दो सहोदर भाइयो का शव सिसई गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो उठा। महिलाओं की क्रंदन से हर किसी का सीना पसीज गया। लूदर रजक के दोनों पुत्र चमन रजक और कारू रजक का शव जब अंतिम संस्कार के लिए एक साथ घर से निकला उस समय रोने की चित्कार से सभी की आंखे नम हो गयी। परिजनों का ढाढस बंधाने मे सांसद प्रतिनिधि ईश्वर दयाल पांडेय, भाजपा नेता अक्षयवट पांडेय, अंचलाधिकारी रंजीत लोहरा, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रताप टोप्पो, 20 सुत्री उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह, स्थानीय मुखिया उपेंद्र यादव, महेश वर्मा, उदय पांडेय आदि ने काफी हिम्मत दिलाया। चेन्नई में ही इलाजरत सुखदेव रजक की पत्नी, पुत्री और भाई का भी हिम्मत बंधाते हुए सांसद प्रतिनिधि एवं अंचलाधिकारी ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इलाजरत सुखदेव रजक की पुत्री के पास चेन्नई से सांसद सुनील कुमार सिंह के प्रयास से बेहतर इलाज के लिए चेन्नई सेंट्रल मे भेजे जाने का जोर दिया गया। जिससे संबंधित उनकी पुत्री के पास फोन आया, जिसके बारे में वह वहां उपस्थित प्रतिनिधि एवं अधिकारियों से बात की। सबो ने भरोसा दिलाते हुए ढाढस बंधाने का काम किया।
मृत मजदूरों के आश्रितों को जिला प्रशासन द्वारा संतावना एवं आर्थिक मदद
चतरा सदर प्रखंड के उंटा गावं के पांच मृत मजदूरों के घर उपायुक्त स्वयं जाकर एक-एक कर मृतक के परिजनों से मुलाक़ात कर अपनी संवेदना व्यक्त की, साथ ही आर्थिक सहायता के रूप मे एक-एक लाख रूपये का चेक मृतक के आश्रितों को सौपा।
उक्त मौके पर उपायुक्त और अन्य अधिकारियों के साथ-साथ जिला परिषद उपाध्यक्ष रूबी वर्मा, पूर्व विधायक सह भाजपा नेता जनार्दन पासवान समेत अन्य जनप्रतिनिधि एवं भारी संख्या में ग्रामीण मौजुद थे।
18 जुलाई को घटी थी घटना
गौरतलब है, कि 18 जुलाई गुरूवार को चेन्नई में हुए एक सड़क हादसे में चतरा जिला के नौ मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी। सभी मजदूर विद्युतीकरण कार्य को लेकर टावर निर्माण एजेंसी में कार्य करते थे। एजेंसी से वर्किंग साईट पर जाने के दौरान यह सड़क दुर्घटना हुआ था। मजदूरों को ले जा रही पिकअप वाहन को बस ने जोरदार टक्कर मारी थी। जिससे मौके पार हीं कुछ मजदूरों ने दम तोड़ दिया एवं कुछ ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। मीडिया के माध्यम से सूचना मिलते हीं मजदूरों के शवों को वापस लाने में तत्परता से जिला प्रशासन जुट गया था। उपायुक्त और स्थानीय सांसद सुनील कुमार सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए चेन्नई प्रशासन से समन्वय स्थापित कर शवों को चतरा लाने का प्रयास किया। जिसके पश्चात एयर एंबुलेंस के माध्यम से शवो को चेन्नई से मंगवाकर शनिवार को सभी शवों को उनके परिजनों को सौपा गया।
मृतको का नाम
मृतक मे राजू भुइयां, छोटू दास, मुकेंद्र भुइयां, अनोज रजक एवं देवचरण रजक सभी सदर प्रखंड के ऊंटा गांव निवासी, मृतक अशोक भुइयां, अनोज भुइयां दोनो सदर प्रखंड के मंगरदाह गांव निवासी एवं टंडवा प्रखंड के चमन रजक एवं बबलू उर्फ कारू रजक का नाम शामिल है।