Ranchi: जय आदिवासी केंद्रीय परिषद झारखंड प्रदेश आदिवासी गोंड महासभा आदिवासी छात्र मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में सरहुल , बाहा खद्दी पूजा महोत्सव एवं विशाल शोभा यात्रा को ऐतिहासिक बनाने को लेकर नगड़ा टोली, रांची महानगर में एक राज्यस्तरीय सभा आयोजित की गई.
जिसमें सरहुल को लेकर व्यापक स्तर पर कई बिंदुओं पर महत्वपूर्ण चर्चाएँ की गई एवम सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय पारित किये गयें एवं साथ ही आह्वान के साथ अपील की गई . जिसमें इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सभा को संबोधित कर रहे हैं जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के प्रदेश प्रवक्ता सह पाहन प्रमुख हलदर चंदन पाहन ने कहा कि सरहुल झारखंड सहित देश के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है जिसे पूरी दुनिया में आदिवासी विभिन्न प्रकार से मनाते है एवं इसकी अपनी एक विशेष महत्ता है जिसमें समूल प्राणी एवं सृष्टि समय की गति के साथ विद्यमान है सरहुल महापर्व पर्यावरण संरक्षण प्रकृति प्रेम एवं शांति का बोध कराता है एवं संपूर्ण जगत को एक सूत्र में पिरोता है.
झारखंड की राजधानी रांची में दो मुख्य केंद्रीय सरना स्थल है जो धर्म आस्था एवं विश्वास का प्रतीक है और इस ऐतिहासिक धरोहर की संरचना एवं संरक्षण सरकार एवं प्रशासन के नीतियों पर निर्भर करता है हम सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि इसे अविलंब सरहुल से पूर्व साफ सफाई रंग रोगन आकर्षक विद्युत सज्जा कर व्यापक स्तर पर केंद्रित की जाए.
इस महोत्सव की तैयारियों एवं विधि व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन तत्काल सभी सामाजिक धार्मिक संगठनों सरना पूजा समितियों के प्रतिनिधियों साथ एक बैठक करें साथ ही सरकार से ये मांग है कि सरहुल के शुभ अवसर पर तीन दिवसीय राजकीय अवकाश की घोषणा की जाए ताकि सभी इस पर्व को अपने परिवारजनों के साथ हर्षोल्लास के साथ मना सके। राजधानी रांची सहित झारखंड में 3 दिनों तक पूर्ण शराबबंदी हो जिसे लेकर प्रतिनिधिमंडलों की टीम झारखंड सरकार मुख्यमंत्री महोदय से मुलाकात कर ज्ञापन देंगे.
महिला अध्यक्ष निरंजना हेरेंज टोप्पो एवं छात्र नेता अजय टोप्पो ने कहा की सरकार विधानसभा सत्र के दौरान सरहुल पर्व पर भी चर्चा कर इस पर एक पैकेज निर्धारित कर राजकीय महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने में अपनी ऐतिहासिक पहल करें एवं यहां के आदिवासीयों की महत्वाकांक्षाओं को एवं उनकी परंपराओं एवं व्यवस्थाओं को संरक्षित करें साथ ही कर्मा मींज लूथर कुजुर मन्नू तिग्गा उमेश पाहन गीता लकड़ा मुन्ना टोप्पो एंजेला टू डू शशि प्रधान सहित कई वक्ताओं ने अपने वक्तव्य दिए.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पड़हा राजा बुधवा मुंडा शीतल उरांव विमल उरांव श्रीकांत बाड़ा दीपराज बेदिया संजू मिंज राजा लोहरा रामचंद्र लोहरा दीपू सहित सिठीयो आदिवासी सरना समिति हटिया सरना समिति,कांके सरना समिति ,गाड़ीगाँव,चोरिया टोली, चुना भट्टा, लोहरदगा सहित अन्य जिलों से पुरुष आगुवा महिला अगुवा युवा युवतियां सैकड़ों की भारी संख्या में उपस्थित थे.