धनबाद: धनबाद में विधानसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन बिना नोटिस के मिनी बस को पकड़ने लगा है, जिससे सवारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बस से जिला प्रशासन द्वारा एक 70 से 80 वर्षीय महिला को उतार दिया गया. इस बारे में पूछताछ करने पर जिला पुलिस के जवान भड़क गए. मीडिया के लोगों को कैमरा बंद करने की धमकी देने लगे. बाद में जवान उक्त स्थल से भाग खड़े हुए.
बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह धनबाद से फुसरो जा रही थी. अचानक रांगा टांड के पास गाड़ी से पुलिस ने उतार दिया. महिला ने यह भी कहा कि अब धनबाद से फुसरो जाने में काफी परेशानी होगी, क्योंकि वहां जाने के लिए एक भी गाड़ी धनबाद से नहीं है.
महाराजा बस के एजेंट मनोज कुमार सिंह के मुताबिक आज सुबह 9.30 बजे धनबाद से फुसरो के लिए सवारियों को लेकर बस निकली थी. रांगा टांड के पास जिला प्रशासन के जवानों ने गाड़ी को रोक दिया और सभी सवारियों को उतारकर बस को पुलिस लाइन लेकर चले गए.
एजेंट ने यह भी बताया कि डीटीओ द्वारा 13 नवंबर को बस जिला प्रशासन को सौंपने का नोटिस दिया गया है, लेकिन जवानों ने जबरन आज बस को पकड़ लिया.
एजेंट ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में जिला प्रशासन को बस दी गई थी, जिसकी राशि आज तक भुगतान नहीं की गई है. आज जिला प्रशासन ने जबरन गाड़ी को पकड़ लिया और सवारियों को बीच सड़क पर उतार दिया. एजेंट ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकल बस मालिकों को जिला प्रशासन काफी परेशान करता है.