उत्तर प्रदेश(झांसी): माता पिता अपने बच्चों का उज्जवल भविष्य बनाने के लिए मंहगे स्कूलों में पढ़ाते हैं, लेकिन अगर वही स्कूल बच्चों की मौत का कारण बन जायें तो इससे दुखद बात कोई नहीं हो सकती.
कुछ यही हुआ जब स्कूल प्रबंधन की तानाशाही से छुब्ध छात्रा ने फांसी लगा ली. जिसके बाद परिजनों ने शव को विद्यालय के अंदर रखकर प्रदर्शन किया.
बात छोटी सी थी लेकिन छात्रा उससे इतनी घबरा गई कि उसने परीक्षा ना दे पाने के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामला सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत शिवपुरी रोड पर स्थित महात्मा हंसराज पब्लिक स्कूल का है. जहां शहर क्षेत्र में रहने वाले दिगंबर जैन महासमिति के मंत्री राजेन्द्र जैन की पुत्री खुशी जैन महात्मा हंसराज पब्लिक स्कूल में इंटरमीडिएट की छात्रा थी.
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दरअसल, सीबीएसई और आईसीएसई की परीक्षाएं नजदीक आ चुकी हैं. लेकिन खुशी नाम की छात्रा का आई कार्ड खो गया था लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी विद्यालय प्रबंधन छात्रा का कार्ड बनाने को तैयार नहीं था.
छात्रा के पिता का आरोप है कि उसने स्कूल में जाकर काफी मिन्नतें की कि छात्रा का कार्ड बन जाये लेकिन विद्यालय के प्रधानाचार्य के तानाशाही भरे रवैये की वजह से छात्रा का प्रवेश पत्र नहीं दिया जा रहा था. इसी बात से खुशी मानसिक रूप से इतनी परेशान हो गई कि उसने कल रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद परिजन खुशी के शव को लेकर विद्यालय पहुंच गए और शव को विद्यालय परिसर में ही रखकर प्रदर्शन शुरु कर दिया.