रंजीत कुमार,
सीतामढ़ी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना में शराबबंदी शामिल हैं. लेकिन सरकार के नुमाइंदे की इसके पोल खोलने में लगे हैं.
शराबबंदी और लॉकडाउन में शराब और मीट मछली पार्टी को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत डुमरा दीपक झा समेत 6 नामजद सहित दर्जनों पर डुमरा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जहां अबतक कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत की गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी, लेकिन ये तस्वीरें कुछ और बयां करती हैं.
जिले में मुहर्रम के अवसर पर शहर की विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला के वरीय पदाधिकारी जैसे समाहर्ता, आरक्षी अधीक्षक, डीडीसी, एसडीएम, एसडीओ इत्यादि के साथ एफआईआर में नामजद व्यक्ति (दीपक झा) जिसने शराबबंदी की धज्जियां उड़ाई, सोशल डिस्टेंसिंग को धता बताते हुए डुमरा नगर पंचायत कार्यालय में शराब एवं मांस पार्टी किया.
वो व्यक्ति भी जिला के सभी बड़े पदाधिकारियों के साथ फ्लैग मार्च में घूमते नजर आया है. जो सीतामढ़ी के कानून व्यवस्था को धत्ता बताने के लिए काफी हैं.
जिले में इसकी चर्चा जोरों पर है सीतामढ़ी में कि अगर एक आम आदमी पर शराब के मामले में एफआईआर होती है तो पुलिस उसे गिरफ्तार करती है, फिर दीपक झा को किसका वरहस्त प्राप्त है कि शराबबंदी का धज्जी उड़ाने के बाद उन पर एफआईआर होने के बाद भी जिला के सबसे बड़े पदाधिकारियों के साथ शहर में खुलेआम घूमना कानून व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर रहा है.