- सिंदुर खेला भी संभव नहीं, मां के ऑनलाइन दर्शन की भी हो रही है व्य्वस्था: प्रदीप राय
- श्रीश्री हरी सभा व दुर्गा बाड़ी समिति ने लिया निर्णय
- 20 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक दर्शन भी वर्जित
रांची: श्री श्री हरी सभा व दुर्गा पूजा समिति (दुर्गा बाड़ी) अल्बर्ट एक्का चौक, रांची के प्रांगण में कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए (सोशल डिस्टेंसिंग) सामाजिक दूरी का पालन करते हुए आगामी श्री दुर्गा पूजा के निमित्त एक आवश्यक बैठक की गई.
बैठक में समिति के पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि कोरोना वायरस को ध्यामन में रखते हुए पूजोत्सव का आयोजन किया जायेगा. राज्य सरकार द्वारा जो गाइडलाइन जारी की गयी है उसका अक्षरश: पालन किया जायेगा.
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान श्री दुर्गा बाड़ी के प्रवक्ता प्रदीप राय बाबू ने बताया कि मां दूर्गा की अराधना विधि व शास्त्र सम्मत निष्ठापूर्वक की जायेगी, पर किसी भी तरह का भोग या प्रसाद का वितरण नहीं किया जायेगा.
वहीं, पूजा के दौरान पुष्पांजलि भी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार दुर्गा पूजा के दौरान मंदिर बंद रहेगा, इसलिए 20 अक्टूबर 2020 से 26 अक्टूबर 2020 तक दर्शन भी वर्जित रहेगा. प्रतिमा की ऊंचाई सरकार के निर्देशानुसार तय किया गया है.
वहीं, विजयादशमी के दिन कलश विसर्जन के बाद सिंदूर खेला एवं प्रतिमा विसर्जन के बाद शांति जल का भी लेना संभव नहीं हो पाएगा. आगामी 8 अक्टूबर 2020 से 19 अक्टूबर 2020 तक प्रातः 7:00 बजे से 10:00 बजे तक एवं अपराहन 5:00 बजे से संध्या 7:30 बजे तक दुर्गाबाड़ी खुला रहेगा, जिसमें एक बार में 7(सात) लोगों को प्रवेश करने की अनुमति होगी.
इस समयावधि में जो भी श्रद्धालु मंदिर में दुर्गा पूजा निमित्त चंदा देना चाहते हैं, वह दे सकते हैं. इसके अलावा ऑनलाइन चंदा, दुर्गा पूजा का चढ़ावा एवं दर्शन करने की व्यवस्था भी की जा रही है. दुर्गा पूजा निमित्त 8 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 20 तक वस्त्रादि एवं प्रसाद रहित पूजा सामग्री मंदिर परिसर में लिया जाएगा.