देवघर:- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधीन कार्यरत प्रखंड प्रशिक्षक दल (बीटीटी) का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से देवगर में मिले, मिलकर बताया कि एनएचएम के दो अधिकारी राज्य कार्यक्रम समन्वयक (एसपीसी) अकाई मिंज एवं राज्य प्रशिक्षण समन्वयक मनीर अहमद पूरे विभाग के बीटीटी समूह को बर्बाद कर रहे हैं. अप्रेजल उपरांत राज्य भर के बीटीटी का स्थानांतरण के बहाने छंटनी कर रहे. उन्हें बर्खास्त किया जाये. प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सहिया कार्यक्रम अन्तर्गत पिछले बारह वर्षो से झारखंड के प्रत्येक प्रखंड में चार बीटीटी से कार्य लेते हुए भारत सरकार को झारखंड के प्रत्येक प्रखंड में दो बीटीटी से कार्य लेने का किया गया है, रिपोर्ट राज्य कार्यक्रम समन्वय सहिया कार्यक्रम अकाई मिंज, प्रशिक्षण समन्वयक मनीर अहमद द्वारा विभागीय जालसाजी किया गया है, पैसा लेकर चहेतों का चयन किया है. बीटीटी द्वारा पिछले बारह वर्षो से चालिस हजार सहिया दीदी के बीच प्रशिक्षण एवं सामुदायिक गतिविधियों में सहयोग करने का कार्य कराया गया. वर्तमान में बीटीटी को अप्रेजल के बहाने ए, बी, सी, ग्रेड देकर सी ग्रेड बीटीटी को कार्य मुक्त कर दिया गया है. ए ग्रेड को भी ग्रेडिंग के आधार पर स्थानान्तरित कर दिया गया है. माननीय स्वास्थय मंत्री जी के आदेशानुसार तत्काल प्रक्रिया पर रोक लगाया गया था, जिसे पुनः अकाई मिंज एव॔ मनीर अहमद विभाग के पदाधिकारी सामुदायिक कोषाग द्वारा मनमाने तरीके से लागू कर दिया गया है जिससे कोरोना काल में कार्य कर रहे बी टी टी परेशान है, माननीय स्वास्थय मंत्री जी से वार्ता के क्रम में माननीय स्वास्थय मंत्री जी ने कहा है कि पंद्रह अप्रैल को रांची में विभागीय अधिकारियों एवं बीटीटी के प्रतिनिधि मंडल द्वारा एक साथ बातचीत कर बीटीटी के समस्याओ का स्थायी समाधान किया जाएगा. तब तक सभी बीटीटी मूल प्रखंड एवं जिला में ही पूर्व की तरह कार्यरत रहेंगे, जांच में पाये जाने पर विभागीय दोषी पदाधिकारियों पर कारवाई होगी. सहिया सामुदायिक प्रशिक्षक संघ संघर्ष समिति झारखंड प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर के साथ साहेबगंज जिला बीटीटी कृपासींधू केदार पंडित, गिरीडीह जिला मनोज कुमार, गीता देवी, मीना देवी, दुमका से मेरी सोरेन, सेलिना शोरेन, पाकुड जिले से चार्ल्स किस्कू, तीसरी अर्जून मोदी, सोनी देवी, गिरीडीह राजीव कुमार, देवगर तिवारी सुमन झा, धनबाद से रेखा कुमारी गुणाधर कुम्हार, लुईस नाग, आनंदी यादव, शांति देवी, सबिता देवी, दीपा देवी, कुटुरा देवी, मीरा देवी आदि मौजूद थे.