दिल्ली: कोरोना की मौजूदा लहर से पूरे देश में हड़कंप मचा है. पिछले 24 घंटे के दौरान देशभर से 2 लाख 73 हज़ार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 1619 लोगों की मौत हुई है.
पिछले 12 दिनों में पॉजिटिविटी रेट दोगुनी हो गई है. 10 राज्यों में 78 फीसदी से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं. आखिर देशभर में कब थमेगी कोरोना की दूसरी लहर इसको लेकर एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है.
सेंटर फोर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के निदेशक डॉक्टर राकेश मिश्रा के मुताबिक अगले तीन सप्ताह भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. इस दौरान लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल को सख्ती से मानना होगा.
डॉक्टर मिश्रा ने कहा कि अगर अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर और टीकों की कमी जारी रहती है, तो देश विनाशकारी स्थिति में होगा. उन्होंने कहा, ‘अगले तीन हफ्ते भारत के लिए बेहद अहम है.
लोगों को सावधानियां बरतनी होगी. हमने ऐसे हालात इटली में देखें हैं, जहां हॉस्पिटल में ऑक्सिजन सिलेंडर की कमी और इलाज न होने के चलते लोगों ने अस्पतालों के कॉरिडोर में ही दम तोड़ दिया था. पिछले साल हेल्थकेयर वर्कर ने वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अच्छा काम किया था.’
मिश्रा ने कहा कि दूसरी लहर आना तय था. उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों में कई मेडिकल बुद्धिजीवियों ने कहा है कि वायरस और इसका प्रभाव अभी कम है और इसका पूरी तरह से सफाया नहीं हुआ है. हमें इस तरह की स्थिति के लिए थोड़ा और तैयार रहना चाहिए.
कोविड -19 जैसे संक्रमणों में, ये काफी सामान्य है कि वायरस की दूसरी लहर आएगी. भारत में कोरोना की नई वेरिएंट आ गई है. ये काफी तेज़ी से फैल रही है.’
उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले हर दिन तेज़ी से बढ़ रहे हैं, क्योंकि लोगों ने मास्क लगाना छोड़ दिया है. उन्होंने कहा, ‘महामारी को हराने के लिए टीका एक बहुत ही महत्वपूर्ण हथियार है, लेकिन लोगों को अभी भी कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा, क्योंकि वायरस उन लोगों पर भी हमला कर रहा है जो टीका ले चुके हैं. ये वायरस हवा के माध्यम से फैल सकता है. ये एक बंद क्षेत्र में 20 फीट तक बढ़ सकता है. मास्क लोगों को 80 से 90 प्रतिशत सुरक्षित रख सकता है.’