चतरा: चतरा जिले के मतदाताओं में चुनाव को लेकर फिलहाल हलचल नहीं है. अगहन में धान कटनी में लोग व्यस्त हैं.
बता दें कि उम्मीदवारों का तूफानी दौरा चल रहा है. सभी 9 उम्मीदवार हरकत में हैं. यह अलग बात है कि कोई उम्मीदवार कम तो कोई अधिक सक्रीय हैं.
कृषकों की चिंता धान काटने की है. धान से कृषकों को कमो बेश एक वर्ष का अनाज घर में आ जाता है. वहीं कुछ लोगों की चिंताएं अपने-अपने उम्मीदवारों को जिताने की है. इस जीत से लोगों को पांच वर्षों तक के रोजगार मिल जाने की आशा है.
कुछ लोग सुबह शाम चौक चौराहे पर जीत हार के लिए जबानी तकरार करते नजर आ रहे हैं. गीले शिकवे के बीच मतदाता निर्धारित तिथि को निर्धारित समय तक अपना सत् प्रतिशत मत का उपयोग करें. इसके लिए जिला निर्वची पदाधिकारी मतदाता जागरूकता अभियान चला रहे हैं.
वहीं फर्स्ट और सेकेंड तो दो उम्मीदवार ही होंगे. अभी से ही वे दो उम्मीदवारों के नाम सतह पर आ गया है. शेष उम्मीदवार भी मैदान में संघर्षरत हैं.
बता दें कि चतरा विधानसभा क्षेत्र की मतदाताओं की बड़ी संख्या में उम्मीदवार के अदल-बदल से फर्क नहीं पड़ा है. यह मतदाता परंपरा के अनुसार ही 30 नवम्बर को मतदान करने जा रहे हैं. लेकिन परिणाम प्रभावित करने वाले मतदाता फिलहाल खामोश हैं.
20 प्रतिशत मतदाता दोनों उम्मीदवारों में से जिसका साथ छोड़ देगी, उसका हार निश्चित है. इन मतदाताओं की ओर से दोनों उम्मीदवार डोरा डालने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. एक डोर खिंचे दूजा दौड़ा चला आए, जैसे कोई कच्चे धागों में बंधा चला आए .
वहीं 23 दिसम्बर को स्पष्ट होने वाला है, जब मतदाताओं द्वारा दी गई मत की गिनती पूर्ण होगी.