रांची : कोरोना का आतंक लगातार बढ़ते ही जा रहा है. सरकार की ओर से भी इस पर अंकुश लगाने पर जोर दिया जा रहा है. सरकार उन सभी संदिग्धों की जांच करा रही है, जिनमें इस वायरस के लक्षण सर्दी-जुकाम पाया गया है. मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की ओर से इन सभी की कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया गया है. सभी जिला उपायुक्तों के पास सूची उपलब्ध है. इसके अलावा भी राज्य में कोरोना जांच की रफ्तार भी बढ़ाई जा रही है.
झारखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण के प्रसार और प्रवासी श्रमिकों के लौटने की रफ्तार के मद्देनजर घर-घर सर्वे करा कर लोगों में लक्षणों की जांच करा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वे में आंगनबाड़ी की भूमिका अहम रही. सरकार के पास सर्वे की रिपोर्ट आ गई है. सभी उपायुक्तों को अधिक से अधिक लोगों का कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया गया है.
गैरजरूरी वस्तुओं की दुकान खोलने वालों की खैर नहीं:
मुख्य सचिव के निर्देश के बाद सूबे में गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने वालों की खैर नहीं हैं. ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्ती तेज कर दी गई है. खुले दुकानों के लिए भी सरकार ने मानक संचालक प्रक्रिया तय कर रखा है. इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देशा भी जारी किया जा चुका है.
ट्रेन, भीड़ और बॉर्डर पर नियंत्रण : सरकार ने सूबे में कहीं पर भी भीड़ लगाने को प्रतिबंधित कर रखा है. ऐसा करने वालों पर सख्ती से निपटना शुरू कर दिया गया है. दूसरी ओर पटना और दानापुर से चलने वाली दो ट्रेनें 13 जुलाई से झारखंड में रद्द रहेंगी. इधर राज्य से जुड़ी बिहार, यूपी छत्तीसगढ़,बंगाल और ओड़िशा की सीमाओं पर ई-पास वालों को ही झारखंड में प्रवेश दिया जा रहा है.