नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद एवं झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश पहले ही दिन से राज्य हित में कई मुद्दों को उठाने का प्रयत्न किया हैं.
उन्होंने संसद में कई प्रश्न मंत्रियों से किए उन प्रश्नों में से आज सभापति उपराष्ट्रपति वेंकट नायडू ने राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश को वैकल्पिक ऊर्जा के संदर्भ में प्रश्न उठाने की अनुमति दी. राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने वर्तमान में बिजली के संकट को समझते हुए वैकल्पिक ऊर्जा के संदर्भ में प्रकाश डालते हुए कैबिनेट मंत्री आर. के. सिंह से सदन में प्रश्न पूछा.
सौर ऊर्जा के संदर्भ में झारखंड राज्य को कितनी सहायता प्रदान की गई है और बिजली आपूर्ति को पूरा करने और आमजन को बिजली पहुंच सके इस विषय में केन्द्र सरकार द्वारा वैकल्पिक ऊर्जा के लिए क्या सहायता दी गई है.
उत्तर का आधा हिस्सा लिखित रूप में दीपक प्रकाश को प्राप्त हुआ और आधे हिस्से पर चर्चा हुई इसमें एक बहुत बड़ी जानकारी दीपक प्रकाश के अथक प्रयासों से आमजन के संज्ञान में आई कि केंद्र सरकार ने जो धनराशि दी है उस धनराशि का राज्य सरकार द्वारा कोई उपयोग नहीं किया गया है .
साथ ही साथ दीपक प्रकाश ने माननीय सभापति वेंकैया नायडू के माध्यम से माननीय कैबिनेट मंत्री से प्रश्न किया कि झारखण्ड के संदर्भ में केंद्र सरकार द्वारा भविष्य में क्या नीतियां होंगी ताकि आमजन की बिजली की समस्या दूर की जाए तो इस प्रश्न पर मंत्री ने कहा कि क्योंकि इस पर राज्य सरकार द्वारा कोई कार्य किया ही नहीं गया है और कोई मांग भी नहीं किया गया है . जिसके कारण राज्य को पहले से उपलब्ध राशि है उसको खर्च करना होगा उसके बाद ही किसी प्रकार की नीतियां बनाई जाएंगी या अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा.
परंतु इस पर किसी भी तरह का कोई कार्य राज्य सरकार द्वारा नहीं किया गया है जिसकी वजह से केंद्र सरकार ने अतिरिक्त अनुदान की कोई नीति नहीं बनाई है.
बिजली आपूर्ति को पूर्ण करने के लिए वैकल्पिक ऊर्जा जैसे कि सौर ऊर्जा का एक अलग महत्व है इससे आमजन के जेब पर कम भार पड़ता है और पर्यावरण की दृष्टि से यह एक क्लीन एनर्जी की तरफ केंद्र सरकार द्वारा अच्छी पहल है और आने वाला जमाना वैकल्पिक ऊर्जा का ही होगा इस बात को समझते हुए प्रदेश अध्यक्ष राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश ने जो प्रयास किया उस पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा में उन्हें इस बात पर प्रश्न उठाने की अनुमति दी .
माननीय राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश जी ने जनहित को ध्यान में रखकर राज्य के हित में कई और प्रश्न संसद में किए हैं जिन पर माननीय मंत्रियों द्वारा लिखित में उत्तर आये हैं.