रांचीः मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि संताल शहीदो की धरती रही है. यहां के वीरों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बिगुल फूंका था और देश की आजादी के लिए अपनी शहादत दे दी थी, लेकिन आजद भारत बने सात दशक गुजर गए, लेकिन किसी ने संताल इलाके के विकास की सुध ली और न ही शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए कदम उठाया. जब हमारी सरकार बनी तो संताल के विकास का नया रोडमैप तैयार हुआ और शहीदों के अरमानों को पूरा करने की कवायद शुरु हुई, मुख्यमंत्री बुधवार को जामताड़ा के बेना काली मंदिर मैदान में जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के शुभारंभ के मौके बोल रहे थे. उन्होंने कहा पिछले साढ़े चार सालों में झारखंड के विकास के लिए कई कदम उठाए गए. आज हम दावे के साथ कह सकते हैं कि न्यू झारखंड बनाने की दिशा में हम कदम बढ़ा चुके हैं.
मौका दें, अधूरे रह गए कामों को करेंगे पूरा
सीएम ने कहा कि 2014 में मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से ही झारखंड के विकास के लिए लगातार कई काम करते आ रहे हैं, हमारा मकसद झारखंड की तस्वीर के साथ तकदीर को बदलना है. इसमें काफी सफलताएं भी मिली हैं. आज झारखंड की पहचान तेजी से विकसित हो रहे राज्यों में हो रही है, लेकिन अभी भी कई चुनौतियां हैं. कई काम अधुरे हैं. जिस तरह पांच सालों तक हमारी सरकार पर भरोसा जताया, उसी तरह आगे भी मौका दें, झारखंड को देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में नहीं, विकसित देशों के समकक्ष खड़ा करुंगा.
दुनिया से जुड़ रहा संताल परगना का इलाका
साहिबगंज जिले में गंगा नदी पर बना मल्टी मॉडल झारखंड के साथ-साथ देश को दुनिया में अलग पहचान दे रहा है. इससे परिवहन का नया विकल्प खुला है. इस मल्टी मॉडल टर्मिनल से इस इलाके के उत्पादनों को दूसरे राज्यों में बाजार मिलेगा, जिससे यहां समृद्धि आएगी. इससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार भी प्राप्त होगा. इतना ही नहीं, देश के कई राज्यों के साथ-साथ बांग्ला देश और नेपाल जैसे देशों से भी झारखंड सीधा जुड़ रहा है.
कांग्रेस और झामुमो पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि संथाल को विकास से दूर कर उन्हं गुमराह करने वालों ने ही आदिवासी जमीन गलत ढंग से खरीदी है. संथालवासियों के बीच यह दुष्प्रचार किया गया कि वर्तमान सरकार आपकी जमीन छीन लेगी. लेकिन सरकार के शासनकाल का पांचवा साल है. क्या किसी की जमीन छीनी गई. नहीं यह सिर्फ दुष्प्रचार है. ताकि संथाल वासियों को विकास से अछूता रखा जा सके. इस प्रकार का दुष्प्रचार प्रचार करने वालों ने ही सीएनटी/ एसपीटी एक्ट जो आदिवासियों की जमीन को सुरक्षित करती है का उल्लंघन कर जमीन अपने नाम कर ली.
मूलभूत सुविधाओं में विस्तार, आधारभूत संरचनों का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 67 वर्षों में जरूरी मूलभूत सुविधाएं आम लोगों तक नहीं पहुंच पाई थी. पिछले पांच वर्षों में सरकार ने बिजली शिक्षा स्वास्थ्य सड़क जैसे विकास के कार्य किया है, जिससे लोगों का सरकार के प्रति एक विश्वास बना है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में झारखंड निश्चित रूप से एक अलग राज्य के रूप में देश के मानचित्र पर दिखने लगा था. लेकिन 14 साल तक राजनीतिक अस्थिरता के कारण झारखंड में विकास लोगों को दिखाई नहीं दिया. 2014 में आपने एक मजबूत सरकार बनाया जिसके परिणाम से केवल पांच वर्षों में ही लगभग सभी क्षेत्रों में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करने का कार्य किया गया है.
हर चेहरे पर मुस्कान लाने की नीयत से काम कर रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के चेहरे पर मुस्कान लाना तथा सरकार की हर जनकल्याण कल्याणकारी योजना समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है. जिस उद्देश्य के साथ झारखंड राज्य का गठन हुआ था वर्तमान सरकार ने पिछले पांच वर्षों में विकास के कार्य कर इस उद्देश्य को पूरा करने का कार्य किया है. पिछले साढे 4 वर्ष में काफी काम गरीबी उन्मूलन को लेकर किए गए हैं. आने वाले 5 वर्षों में राज्य को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र को चरितार्थ करते हुए सभी वर्गों के लोगों के हितों के लिए कटिबद्ध है.
जनजातीय कला-संस्कृति और भाषा को मिली अलग पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी कला-संस्कृति और भाषा को संरक्षित करने व पहचान दिलाना सरकार की विशेष प्राथमिकता है. संथाल परगना क्षेत्र के सभी छह जिला दुमका, देवघर, पाकुड़, गोड्डा, जामताड़ा एवं साहिबगंज तथा कोल्हान क्षेत्र के पूर्वी सिंहभूम जिला में संथाल जनजाति समुदाय की बड़ी जनसंख्या को देखते हुए इन जिलों में स्थित सभी सरकारी कार्यालयों/ विद्यालयों के नाम संथाली भाषा की लिपि ओलचिकी में भी लिखे गए है . इस लिपि के जानकारों की शिक्षक के पदों पर नियुक्ति की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे न केवल संथाली भाषा-भाषी जनता को सुगमता से सूचना ग्राह्य होगी बल्कि, उनमें अपनी भाषा के प्रति गौरव का भी बोध होगा.
डबल इंजन की सरकार से विकास की रफ्तार तेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार से विकास की रफ्तार तेज हुई है सरकार द्वारा लांच जन कल्याणकारी योजनाओं जैसे आयुष्मान भारत योजना, पीएम किसान निधि योजना, पीएम उज्जवला योजना, मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद सरीखी सैकड़ों योजनाएं लक्ष्य की भेदने में महती भूमिका निभा रहा है.
शहरों की तर्ज पर गांवों का हो रहा विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में गांव और शहर में कोई अंतर नहीं रहेगा. शहरों की तर्ज पर गांवों का विकास किया जा रहा है. गांवों में स्ट्रीट लाइट, पेबर ब्लॉक औऱ पेयजलापूर्ति समेत तमाम जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. गांवों में ही रोजगार के साधन जेनरेट किए जा रहे हैं. किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने के लिए सरकार लगातार कई योजनाएं शुरु कर रही हैं. हमारा प्रयास किसानों के साथ गांवों का विकास करना है, ताकि समृद्ध झारखंड का निर्माण किया जा सके.
100 दिनों में केंद्र सरकार ने कई क्रांतिकारी कदम उठाए
आदिवासी मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के शुभारंभ के मौके पर कहा कि पीएम मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिनों के अंदर ऐसे कई कदम उठाए हैं, जो पिछले सत्तर सालों में नहीं हो पाए थे. जम्मू कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति, मुस्लिम महिलाओं के सम्मान के लिए तीन तलाक कानून लाना समेत कई कानून बनाए गए. एक सत्र में इतने कानून पारित हुए, जो आजाद भारत के बाद कभी भी संसद में देखने को नहीं मिला. प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प और ठोस इरादे की बदौलत ही यह संभव हो पाया है और देश ने नया इतिहास रचने का काम किया है. विदेशों में भी पीएम मोदी के कामकाज की बदौलत भारत की अलग पहचान कायम हुई है. श्री मुंडा ने कहा कि अब भारत का अगला लक्ष्य पीओके को हासिल करना है. उन्होंने संथाली और बंगाली भाषा में संबोधन कर लोगों का दिल जीत लिया.