रांची: भारतीय जनता पार्टी के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू प्रवास के दौरान सिमडेगा और गुमला पहुंचे. जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया. प्रवास के दौरान संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ हैं, उन्हें लगातार प्रशिक्षण और विचार धारा से ओत प्रोत करने की आवश्यकता है.
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के साथ परिचय कराना और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं तक पहुंचकर पार्टी को फिर से धारदार बनाना है. इस दौरान उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं में पार्टी को मजबूत करने का मंत्र दिया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कई कार्य की जिम्मेवारी भी दी. जिसमें बूथों पर नियमित बैठक, शक्ति केंद्र पर नियमित बैठक, जिले के पदाधिकारी का मंडल स्तर पर बैठक और मंडल स्तर के पदाधिकारीयों को शक्ति केंद्र पर बैठक करने की नशीहत दी.
इस बैठक के दौरान उन्होंने अनुभवी व सीनियर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों कि भी मदद लेने का नसीहत दिया. उन्होंने कहा कि गांव, गरीब, किसान की बेहतरी भाजपा का लक्ष्य है. इस लक्ष्य प्राप्ति के लिए भाजपा के एक एक कार्यकर्ता कार्य कर रहे हैं. राष्ट्रवाद, संगठन विस्तार और विचारधारा को आगे बढ़ाने हेतु कई अहम निर्णय लिए गए. उन्होंने कहा कि अनुशासन पार्टी की पहचान है. जिसके बिना राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को साकार करना संभव नही. अनुशासित ढंग से आगे बढ़ने के कारण ही आज पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी है.
सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार गांव, गरीब, किसान को समर्पित सरकार है. राष्ट्रीय भाव की मजबूती, सांस्कृतिक पुनर्स्थापना के साथ अंत्योदय के लक्ष्य को साकार करने में भाजपा जुटी है. प्रदेश की पिछली सरकार ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रदेश के विकास में ऐतिहासिक कल्याणकारी योजनाएं लागू की.
उन्होंने कहा कि वर्तमान की हेमन्त सरकार विकास विरोधी सरकार है. राज्य सरकार की विफलताओं और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुचाना है. सक्रिय और समर्पित कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी है. इस दौरान वे दूसरी बैठक पूर्व जिला अध्यक्ष व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और जिला में प्रवास करने वाले प्रदेश पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की.
बैठक में पूर्व विधायक विमला प्रधान और निर्मल बेसरा ज़िला प्रभारी शैलेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाइक, जिला के पदाधिकारी, मोर्चों के जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष के साथ ज़िला में निवास करने वाले प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश मोर्चा के पदाधिकारी, पूर्व जिलाध्यक्ष भी शामिल थे.