बिश्वजीत शर्मा,
साहेबगंज, बरहरवा: बरहरवा नगर पंचायत भवन में राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित की मौजूदगी में एक बैठक रखा गया था, जिसमें बरहरवा बाजार क्षेत्र में पुर्व से लगाए गए नो एंट्री सुबह 6 बजे से रात्री 9 बजे तक के समय परिवर्तन को लेकर चर्चा किया जाना था. लेकिन झिकटीया एवं बाजार के ग्रामीण तथा कुछ वार्ड पार्षद एवं जनप्रतिनिधियों के घोर विरोध के कारण अगले आदेश तक के लिए राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी ने नो एंट्री से संबंधित चर्चा पर रोक लगा दिया.
मालूम हो कि कुछ ट्रक मालिकों ने प्रशासनिक पदाधिकारियों को अपने विश्वास में लेकर बरहरवा नगर क्षेत्र में पुर्व से लगाए गए नो एंट्री के समय में परिवर्तन करना चाहते हैं, ताकि दिन में भी बरहरवा बाजार क्षेत्र से स्टोन चिप्स लदे वाहन आसानी से चल सके.
जब इस बात की जानकारी बरहरवा बाजार क्षेत्र के ग्रामीणों, स्कुल के शिक्षकों एवं कुछ जनप्रतिनिधियों को हुई तो उन लोगों ने अनुमंडल पदाधिकारी के सामने नो एंट्री के समय में परिवर्तन होने से उत्पन्न समस्याओं को रखते हुए आपत्ति जताई.
इन लोगों का कहना था कि बरहरवा बाजार क्षेत्र में नो एंट्री जिला के पुर्व उपायुक्त, राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुर्व के प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा बरहरवा बाजार क्षेत्र के ग्रामीण, बुद्धिजीवी एवं जनप्रतिनिधियों ने काफी सोच-विचार कर नो एंट्री को लगवाया था.
इसका मुख्य कारण यह था कि बरहरवा बाजार क्षेत्र में दिन के समय स्टोन चिप्स लदे भारी वाहनों के परिचालन से कुछ बड़ी घटना घटित हुई थी. जिसमें स्कुली बच्चे समेत अन्य लोगों की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी.
इसके अलावा बाजार क्षेत्र में पांच से छह सरकारी एवं गैर-सरकारी स्कुल है. साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं तीन से चार सरकारी बैंक भी है. इसीलिए बरहरवा बाजार क्षेत्र में नो एंट्री लगाया गया था. वहीं ग्रामीणों की बात एवं समस्या को सुनकर राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित ने अगले आदेश तक के लिए नो एंट्री से संबंधित चर्चा को स्थगित कर दिया.