दुमका: झारखंड में संथाल परगना प्रक्षेत्र के नव पदस्थापित पुलिस उपमहानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले और निर्देश के आलोक में बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में श्रर्द्धालुओं के लिए पूजा अर्चना करने की व्यवस्था के मद्देनजर राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से निर्धारित व्यवस्था का अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा.
मंडल ने सोमवार को संताल परगना प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक का पदभार ग्रहण करने के बाद मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत में कहा कि बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में सीमित संख्या में श्रर्द्धालुओं के लिए पूजा अर्चना की व्यवस्था किये जाने से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के फैसले और निर्देश के आलोक में राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से कोराना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर तय व्यवस्था का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा.
इसके लिए जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती भी की जायेगी. इसी क्रम में उन्होंने पूछने पर बताया कि संथाल परगना प्रमंडल अन्तर्गत दुमका और पाकुड़ जिले नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रुप में चिन्हित हैं, जबकि हाल के वर्षों में जामताड़ा एवं देवघर जिला साईबर अपराध की गतिविधि वाले जिले के रुप में चिन्हित है.
इस तरह के अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने और इसमें संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार सर्च अभियान और गिरफ्तारी अभियान चलाये जाते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के सिलसिले में अभियान और तेज किया जायेगा. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि नक्सली संगठनों को आर्थिक मदद पहुंचाने और संरक्षण देने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है.
इस दिशा में भी आवश्यक कार्रवाई शुरू की जायेगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि संथाल परगना प्रमंडल के विभिन्न जिलों में अवैध रूप से पत्थर और बालू का उत्खनन और ढुलाई का कारोबार चलने की सूचना मिलते रहे हैं.
इस तरह के अवैध कारोबार से सरकार के राजस्व को क्षति होती है. ऐसे अवैध कारोबारियों के विरूद्ध त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना तथा अवैध खनन के कारोबार पर रोक लगाने के साथ विधि व्यवस्था को दुरुस्त करना उनकी प्राथमिकता सूची में शामिल हैं.
मंडल ने पुलिस-पब्लिक के बीच संबंध को और मजबूत बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि आम जनता से समन्वय स्थापित करने तथा उनकी समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई कर अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है. इसलिए पुलिस और पब्लिक के बीच संबंध को और बेहतर बनाने की दिशा में पहल किया जायेगा.