उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद और उसके आस-पास के क्षेत्र में नहरों के किनारे गंदगी फैलाने वालों की खैर नहीं है. यहां पर प्रदूषण फैलाने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा.
नेपाल के वाल्मीकि बैराज से निकलने वाली मुख्य पश्चिमी गंडक नहर से महराजगंज, गोरखपुर, देवरिया व कुशीनगर में करीब 332 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होती है.
हर वर्ष नहरों की सफाई पर करोंड़ो रुपये खर्च होते हैं, लेकिन यहां पर फैली गंदगी के कारण पानी दूषित हो जाता है और इस पानी को पीकर पशु बीमार पड़ जाते हैं.
गंदा पानी फसलों को भी नुकसान पहुंचाता है. यही सब रोकने के लिए नहरों के किनारे बसे लोगों को जागरूक किया जाएगा.
सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता अशोक सिंह ने बताया कि नहरों के किनारे फैले अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए हैं.
नहरों पर गंदगी फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है. ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाया जाएगा. नहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए यह जरूरी कदम है.
उन्होंने बताया कि चारों जनपदों से गुजरने वाली मुख्य, रजवाहा व माइनर नहरों के किनारे बसी आबादी का सर्वे कराया जा रहा है. साथ ही नहरों के किनारे लगने वाले बाजारों को भी अन्यत्र शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है.