जम्मू/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की फिजा को बदलते देखा जा सकता है. खासकर कश्मीर घाटी की बयार में बड़ी तब्दीली दिखाई दे रही है. अमूमन कश्मीरी युवाओं के नाम पत्थरबाजी के साथ नाम जोड़कर चर्चाएं होती हैं. रविवार को कश्मीर के युवाओं का हुजूम सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की भर्ती में उमड़ा. 1356 पदों के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में बडगाम जिले के हुमहामा में बने परीक्षा केंद्र में 5151 पुरुष और 438 महिलाएं शामिल हुईं.
यहां पहली बार भर्ती के लिए इतनी बड़ी संख्या में युवा उमड़े. भर्ती के लिए युवाओं का ऐसा ही जोश जम्मू से लेकर कश्मीर और लद्दाख तक नजर आया. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सभी 22 जिलों में यह भर्ती जनरल ड्यूटी (जीडी) कांस्टेबल श्रेणी के लिए हुई. कोरोना महामारी के बीच आयोजित भर्ती परीक्षा में 30,593 युवा शामिल हुए. पलौड़ा कैंप, बीएसएफ जम्मू, पैंठी सांबा, उधमपुर और एसएचक्यू बीएसएफ राजोरी में फ्रंटियर हेडक्वॉर्टर बीएसएफ जम्मू, एसटीसी बीएसएफ श्रीनगर, सब डिवीजन नुब्रा घाटी में अभ्यर्थी युवाओं का सैलाब उमड़ा.
युवाओं में काफी जोश कश्मीर घाटी में लगभग 11000 उम्मीदवारों ने शुरू में शारीरिक परीक्षण के लिए आवेदन किया था. इसमें से 5151 पुरुष और 438 महिलाओं का लिखित परीक्षा के लिए चयन किया गया. भर्ती प्रक्रिया नवंबर के अंत तक पूरी होगी. हमें युवाओं के अंदर देश के प्रति प्यार और काफी जोश देखने को मिला. परीक्षा में शामिल युवाओं ने बताया कि वह देश की सेवा करना चाहते हैं और इसके लिए अपनी जान भी दे सकते हैं.