दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संकट से निपटने लिए घोषित किए गए 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे अंतिम क़िस्त की घोषणा करेंग. इससे पहले शनिवार को चौथी किश्त जारी करते हुए कहा था कि सरकार देश को विमानों के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉल (एमआरओ) का हब बनाने के लिए कदम उठा रही है.
दरअसल, सीतारमण ने कहा था, ‘यदि हम भारत को एक बड़ा केंद्र बना पाते हैं, तो इससे नागर विमान ही नहीं, रक्षा विमान क्षेत्र को भी लाभ होगाा. इससे सभी एयरलाइंस के लिए रखरखाव की लागत घटेगी. अंत में इसका लाभ यात्रियों को मिलेगा उनके लिए यात्रा की लागत घटेगी.’ इस दौरान उन्होंने छह और हवाई अड्डों की नीलामी सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के आधार पर करने की घोषणा की. इसके अलावा वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय हवाई क्षेत्र के बेहतर इस्तेमाल के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि एक प्रतिस्पर्धी भारतीय एमआरओ उद्योग से स्थानीय एयरलाइंस को इस तरह के कार्यों पर खर्च घटाने में मदद मिलेगी. अभी तक यह काम ज्यादातर विदेशों में किया जाता है. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में है और इसमें ऊंची वृद्धि की क्षमता है. उन्होंने आगे कहा कि एमआरओ के लिए भारत के पास क्षमता, श्रमबल और कौशल है. उन्होंने कहा कि अभी विमान कलपुर्जा मरम्मत और एयरफ्रेम रखरखाव क्षेत्र 800 करोड़ रुपये का है. यह अगले तीन साल में 2,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा.